1. Home
  2. हिन्दी
  3. राष्ट्रीय
  4. यूपी : बलिया में तीन दिनों में 54 लोगों की मौत, शासन के आदेश पर जांच के लिए लखनऊ से पहुंची टीम
यूपी : बलिया में तीन दिनों में 54 लोगों की मौत, शासन के आदेश पर जांच के लिए लखनऊ से पहुंची टीम

यूपी : बलिया में तीन दिनों में 54 लोगों की मौत, शासन के आदेश पर जांच के लिए लखनऊ से पहुंची टीम

0
Social Share

बलिया, 18 जून। पूर्वांचल के बलिया जिले में अचानक मौतों का आंकड़ा बढ़ गया है। इस क्रम में तीन दिनों के भीतर 54 लोगों की मौत होने के बाद हडकम्प मच गया है। मौत के पीछे के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी हैं। कोई हीट वेब की बात कर रहा है तो कोई अन्य कारण बता रहा है।

फिलहाल डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया है। शासन के ही निर्देश पर रविवार को मौतों के पीछे का राज जानने के लिए स्वास्थ्य महकमे की ओर से गठित विशेषज्ञों की टीम लखनऊ से बलिया पहुंची। यह दल सिलसिलेवार जांच करेगा। इलाज व लक्षणों का आकलन भी किया जाएगा।

जिला अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसके यादव ने मीडिया को बताया कि जिला अस्पताल में 15 जून को 154 रोगी भर्ती हुए थे। इनमें 23 रोगियों की विभिन्न कारणों से मौत हो गई। 16 जून को 137 मरीज भर्ती किए गए थे। इनमें 20 लोगों की मौत हो गई। इसी प्रकार 17 जून को भी अज्ञात कारणों से 11 मरीजों की मौत हो गई। इस तरह से तीन दिनों में ही मौत का आंकड़ा 54 तक पहुंच गया है। प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक ने स्वीकार किया कि बलिया में रूटीन से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है। उन्होंने बताया कि मरने वालों में 60 वर्ष की उम्र के ज्यादातर लोग हैं।

वहीं बलिया जिला अस्पताल पहुंचे आजमगढ़ मंडल के अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. ओपी तिवारी ने बताया कि टीम जांच करेगी कि मौत का क्या कारण हो सकता है। हो सकता है कि कोई ऐसी बीमारी हो, जो पकड़ में न आ रही हो। उन्होंने बताया कि गर्मी व जाड़े में मधुमेह, श्वास व रक्त चाप के रोगियों की मृत्यु दर बढ़ जाती है। इस समय तापमान बढ़ गया है। हो सकता है कि इसके कारण पहले से बीमार लोगों की बीमारी बढ़ जा रही हो, इससे उनकी मौत हो जा रही हो। इसके पूर्व शनिवार को जिले के स्वास्थ्य महकमे ने गर्मी के कारण मौत का आंकड़ा बढ़ने की बात कही थी।

हीटवेव से मौत होने के कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिले : डीएम

बलिया के जिला अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी से इस पर विस्तार से चर्चा हो चुकी है। शासन ने दो निदेशक स्तर के अधिकारी जांच के लिए भेजे हैं। टीम जांच कर पूरा विवरण उपलब्ध कराएगी। फिलहाल हीटवेव से मौत होने के कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं। शासन ने मामले का संज्ञान लिया है।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिवाकर सिंह हटाए गए

इस बीच मरीजों की मौत की वजह हीटवेव बताने पर बलिया जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिवाकर सिंह को पद से हटा दिया गया है। उनके स्थान पर बलिया जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. एके यादव को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी रविवार को अपना बयान जारी किया। उन्होंने लोगों की असमय मौत पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि लोगों की मौत किन कारणों से हुई है, इसका पता लगाना बेहद जरूरी है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग में निदेशक संचारी रोग डॉ. एके सिंह और निदेशक (उपचार) डॉ. केएन तिवारी को भेजा गया है। विशेषज्ञ मृतकों की संख्या, कारण और दूसरे पहलुओं की पड़ताल करेंगे।

डिप्टी सीएम बोले – जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की काररवाई की जाएगी

डिप्टी सीएम ने कहा है कि जांच रिपोर्ट, लक्षण आदि का आकलन किए बगैर मौत की वजह तय नहीं की जा सकती है। विशेषज्ञ पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट के आधार पर आगे की काररवाई की जाएगी। फिलहाल सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। डॉक्टर और कर्मचारियों को ड्यटी पर मुस्तैद रहने व एक-एक मरीज की निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code