अलवर, 26 नवंबर। पदमश्री से सम्मानित राष्ट्रीय कवि सुरेंद्र शर्मा ने राजनीति में वर्तमान में चल रहे दौर को सही नहीं बताते हुए कहा है कि अब किसी भी पार्टी में वफादारों की कोई कीमत नहीं है।
अलवर मत्स्य उत्सव में आयोजित कवि सम्मेलन में भाग लेने यहां आए श्री शर्मा ने शुक्रवार रात पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राजनीति में जो दौर चल रहा है वह सही नहीं है। किसी भी पार्टी में वफादारों की कोई कीमत नहीं है ,जो ज्यादा वफादार है उसको नजरअंदाज किया जाता है।
उन्होंने कहा कि राज धर्म की व्याख्या एक ही है। राजा का धर्म है कि वह पूरे राष्ट्र को एक ही दृष्टि से देखे ना कि धर्म की दृष्टि से देखें ।किसी भी सरकार की सफलता यह नहीं है कि वह दो रुपए किलो के गेहूं बांटे बल्कि सफलता इसमें है कि वह लोगों को इस लाइक बनाएं कि वह 15 रुपए किलो का गेहूं खरीद सकें।
सोशल मीडिया के माध्यम से कविताओं पर असर के सवाल पर उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर आजकल नंगापन दिखाया जा रहा है और वह नंगेपन की कमाई करते हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जिस तरीके के माहौल है, उन्हें हास और उपहास तथा आलोचना एवं विरोध का नहीं मालूम है, चापलूसी समर्थन का अंतर मालूम नहीं है, वह मंच के कवियों को मालूम है ।
उन्होंने कहा कि पहले मेले लगते थे कि सभी लोग एक साथ इकट्ठे हो, गांव में चौपाल भी इसलिए लगती थी। उन्होंने कहा कि मोबाइल ने दूर वालों को पास कर दिया और पास वालों को दूर कर दिया। एक समय था जब परिवार के चार सदस्य एक ही टेबल पर खाना खाते हुए बात करते थे लेकिन आज जो समय है एक टेबल पर चार जने बैठते तो है लेकिन बात नहीं करते, उन सब के हाथों में मोबाइल होते हैं। इस बदलाव ने हमारे परिवारों एवं समाज को तोड़ा है जो देश के लिए घातक है।