मोहन भागवत बोले – समाज को जगाने और एकजुट करने के लिए काम कर रहा आरएसएस
नई दिल्ली, 21 अगस्त। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा है कि आरएसएस समाज को जगाने और एकजुट करने के लिए काम कर रहा है ताकि भारत पूरी दुनिया के लिए एक आदर्श समाज के रूप में उभर सके। रविवार को यहां आरएसएस की दिल्ली इकाई के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को एक व्यक्ति के रूप में नहीं, बल्कि एक समुदाय के रूप में समाज की सेवा करने के लिए आगे आना चाहिए।
कल्याणकारी कार्य करते वक्त ‘हम’ को ‘मैं’ और ‘मेरे’ से ऊपर प्राथमिकता देने की जरूरत
आरएसएस प्रमुख भागवत ने स्वयंसेवकों की ओर से चलाए जा रहे विभिन्न कल्याणकारी कार्यों पर चर्चा करेत हुए कहा, “समाज के विभिन्न वर्गों की कई हस्तियों ने देश की आजादी में बलिदान दिया और योगदान दिया, लेकिन हमें एक समाज के रूप में फलने-फूलने में समय लगा। यह भारतीयों की मूल प्रकृति और डीएनए है कि वे समाज की तरह सोचते हैं न कि व्यक्तियों और हमें उन्हें और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। कल्याणकारी कार्य करते समय हमें ‘हम’ को ‘मैं’ और ‘मेरे’ से ऊपर प्राथमिकता देने की जरूरत है और इससे हमें एक समाज के रूप में विकसित होने में मदद मिलेगी।”
मोहन भागवत ने कहा, ‘समाज जब एक वातावरण में एक मन और संकल्प को लेकर खड़ा होता है तो वास्तव में उसी को समाज कहते हैं। समाज यानी सहयोग से इकट्ठा हुए लोग नहीं है बल्कि समाज वो है, जिसके सामने एक समान उद्देश्य है।’