पंजाब के सीएम चन्नी ने जताया खेद, बोले – पीएम की सुरक्षा में कोई चूक हुई है तो उसकी जांच कराएंगे
चंडीगढ़, 5 जनवरी। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा सुरक्षा कारणों से बीच में रद हो जाने पर खेद जताया है। लेकिन साथ ही उन्होंने पीएम मोदी की सुरक्षा में किसी चूक से इनकार किया है। उन्होंने कहा, ‘मुझे खेद है कि पीएम मोदी को आज फिरोजपुर जिले के दौरे के दौरान लौटना पड़ा। हम अपने पीएम का सम्मान करते हैं। अगर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई चूक हुई है तो हम इसकी जांच कराएंगे।’
[Live] During Press Conference at Punjab Bhawan, Chandigarh
https://t.co/zlzBk2iTjo— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) January 5, 2022
मुख्यमंत्री चन्नी ने अपनी सफाई में कहा, ‘हमारे देश में एक लोकतांत्रिक व्यवस्था है। मुझे भी पीएम मोदी के स्वागत के लिए जाना था, लेकिन कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने के कारण मैं नहीं गया और इसलिए मैंने वित्त मंत्री मनप्रीत बादल और डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा को प्रधानमंत्री का स्वागत करने की ड्यूटी सौंपी।’
शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों से प्रधानमंत्री की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं था
चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, ‘पीएम का मिनट-टू-मिनट प्रोग्राम हमारे पास था। रास्ता रोकने वाले प्रदर्शनकारी अचानक आकर सड़क पर बैठ गए। हालांकि, शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों से पीएम की सुरक्षा का कोई खतरा नहीं था। हमने उनसे (पीएमओ) खराब मौसम की स्थिति और विरोध के कारण दौरा रोकने के लिए कहा था। हमें उनके (पीएम मोदी) अचानक मार्ग परिवर्तन की कोई सूचना नहीं थी।’
‘मैं किसानों पर लाठीचार्ज नहीं करूंगा‘
सीएम चन्नी ने कहा, ‘किसान पिछले एक साल से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। मैं किसानों पर लाठीचार्ज नहीं करने जा रहा हूं। हमने पूरी रात किसानों से बात की, जिसके बाद उन्होंने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया था। लेकिन आज अचानक फिरोजपुर जिले में कुछ आंदोलनकारी एकत्र हो गए थे, जिसके चलते पीएम की यात्रा में रुकावट आई।’
पीएम को पहले हेलीकॉप्टर से यात्रा करनी थी
चन्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सड़क मार्ग से यात्रा करने की योजना अंतिम समय में बनाई गई थी। कोई सुरक्षा चूक नहीं हुई है। मैं मंगलवार की देर रात उनकी रैली की सुरक्षा व्यवस्था देख रहा था। पीएम की सड़क की योजना अंतिम समय में बनाई गई थी, उन्हें पहले हेलीकॉप्टर से यात्रा करनी थी।’