1. Home
  2. हिन्दी
  3. राष्ट्रीय
  4. कांग्रेस त्याग, तपस्या और संघर्ष का प्रतीक: डॉ. नरेश कुमार
कांग्रेस त्याग, तपस्या और संघर्ष का प्रतीक: डॉ. नरेश कुमार

कांग्रेस त्याग, तपस्या और संघर्ष का प्रतीक: डॉ. नरेश कुमार

0
Social Share

नई दिल्ली, 27 नवम्बर। कांग्रेस नेता डॉ. नरेश कुमार ने कहा है कि यह पार्टी त्याग, तपस्या और संघर्ष की प्रतीक हैं और जो लोग इसे छोड़कर अन्य दलों में शामिल हो रहे हैं वे बरसाती मेंढक की तरह हैं कि जहां उन्हें अपना भविष्य नजर आता हैं वे वहीं चले जाते हैं लेकिन ऐसा करके वे अपना ही नुकसान कर रहे हैं। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ. नरेश कुमार ने शनिवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि कांग्रेस की स्थापना 1885 में हुई थी और पार्टी की अगुवाई में देश में व्यापक पैमाने पर संघर्ष तथा आंदोलन चलाए गए और इसकी बदाैलत देश आजाद हुआ।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन 62 वर्षों में कांग्रेस पार्टी और इसके नेताओं ने देश के विकास के लिए अनेक त्याग किए तथा उनकी तपस्या से देश का विकास भी हुआ। कांग्रेस के नेताओं ने देश के लिए अपने हितों की कुर्बानी देकर भारत का विकास किया और पंडित नेहरू जी ने देश को इंजीनियरिंग , चिकित्सा तथा प्रबंधन के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए बड़े बड़े बांधों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान और भारतीय प्रबंधन संस्थानों की स्थापना की थी।

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता हर राज्य में जाकर लोगों को मुफ्त बिजली पानी और अन्य सुविधाएं देने की बात कर दिल्ली मॉडल का ढिंढोरा पीट कर रहें है, वह सब ढकोसला है और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद यह बताएं कि उन्होंने दिल्ली का कौन सा विकास किया है । राजधानी में वायु प्रदूषण और शिक्षा के क्षेत्र में बुरा हाल है लेकिन वह डींगे मारने से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजधानी में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बुरा हाल है और यहां चिकित्सकों को वह कांट्रेक्ट पर रख रहे हैं, रोजाना किसी ना किसी अस्पताल के चिकित्सक तथा नर्सें हड़ताल पर रहती हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि राजधानी दिल्ली में इस समय श्री केजरीवाल के वादों से लोग तंग आ चुके हैं।

वर्ष 2020 में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता कम हुई और उसके 62 विधायक ही जीत सके थे लेकिन अगर इतने विधायकों के बावजूद वह अन्य पार्टी के नेताओं को अपने यहां बुला रहे हैं तो इससे साफ पता चलता है कि उनके पास ऐसा कोई कार्यकर्ता नहीं है जो लोगों से जुड़ सके और आगामी नगर निगम चुनावों में अपनी हार को देखकर वह अन्य दलों के नेताओं को शामिल कर रहे हैं।

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code