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कोरोना से लड़ाई : सितम्बर में उपलब्ध हो जाएगी बच्चों के लिए वैक्सीन ‘जाइकोव-डी’, अगले हफ्ते तय होगी कीमत

कोरोना से लड़ाई : सितम्बर में उपलब्ध हो जाएगी बच्चों के लिए वैक्सीन ‘जाइकोव-डी’, अगले हफ्ते तय होगी कीमत

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नई दिल्ली21 अगस्त। कोरोना काल में 12-18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए दुनिया की पहली डीएनए आधारित वैक्सीन जाइकोव-डी (ZyCoV-D)  सितम्बर के मध्य तक देश में उपलब्ध हो जाएगी। वैक्सीन के निर्माता जाइडस ग्रुप के प्रबंध निदेशक डॉ. शर्विल पटेल ने शनिवार को यह जानकारी दी।

गौरतलब है कि वैक्सीन की निर्माता कम्पनी जाइडस कैडिला ने जुलाई में जाइकोव-डी के आपात इस्तेमाल के लिए भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) से मंजूरी मांगी थी, जो अब मिल गई है। यह देश की पांचवी और बच्चों की पहली कोरोना वैक्सीन है।

अक्टूबर से एक करोड़ तक वैक्सीन का उत्पादन होगा

डॉ. शर्विल पटेल ने बताया, ‘जाइकोव-डी की आपूर्ति सितम्बर के मध्य में शुरू होगी जबकि इसकी कीमत अगले सप्ताह तक तय कर दी जाएगी। नए प्रोडक्शन प्लांट में अक्टूबर से हम एक करोड़ तक वैक्सीन का उत्पादन कर सकेंगे।’

निडिल फ्री वैक्सीन की 56 दिनों में तीन खुराक दी जाएगी

उन्होंने बताया कि निडिल फ्री वैक्सीन जाइकोव-डी 12 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों और किशोरों के लिए स्वीकृत है। यह टीका जेट इंजेक्टर से लगाया जाएगा। तीन खुराक वाली वैक्सीन की पहली डोज (शून्य दिन) के 28वें दिन दूसरी और 56वें दिन तीसरी डोज दी जाएगी।

कोरोना के खिलाफ जाइकोव-डी 66 फीसदी से ज्यादा प्रभावी

डॉ. शर्विल ने बताया इस कोविड19 टीके की प्रभावकारिता 66 फीसदी से ज्यादा है और डेल्टा संस्करण के खिलाफ इसकी प्रभावकारिता लगभग 66% है। जाइकोव-डी के फेज-3 ट्रायल 28,000 लोगों पर किए गए थे। इनमें एक हजार ऐसे थे, जिनकी उम्र 12-18 वर्ष थी।

यह भारतीय वैज्ञानिकों के अभिनव उत्साह का प्रमाण पीएम मोदी

इस बीच प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जाइडस यूनिवर्स की दुनिया की पहली डीएनए आधारित ‘जाइकोव-डी’ वैक्सीन को मंजूरी मिलना भारत के वैज्ञानिकों के अभिनव उत्साह का प्रमाण है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) इंडिया इन्फो के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ भारत पूरे जोश के साथ कोविड-19 से लड़ रहा है। जाइडस यूनिवर्स की दुनिया की पहली डीएनए आधारित जाइकोव-डी वैक्सीन को मंजूरी मिलना भारत के वैज्ञानिकों के अभिनव उत्साह का प्रमाण है। यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।’

स्मरण रहे कि सीडीएससीओ ने विषय विशेषज्ञ समिति के परामर्श से अंतरिम तृतीय चरण के नैदानिक परीक्षण परिणामों के मूल्यांकन के बाद भारत में आपातकालीन स्थिति में 12 वर्ष और उससे अधिक वर्ष के बच्चों पर प्रतिबंधित उपयोग के लिए कैडिला हेल्थकेयर के डीएनए कोविड19 वैक्सीन ZyCoV-D को मंजूरी दी है।

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