घरेलू शेयर बाजार में 4 दिनों से जारी गिरावट पर लगा ब्रेक, खुदरा महंगाई नरम होने से तेजी लौटी
मुंबई, 14 जनवरी। घरेलू शेयर बाजार में पिछले चार कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर विराम लगा और खुदरा मुद्रास्फीति में नरमी व वैश्विक बाजारों में तेजी का यह सकारात्मक असर रहा कि मंगलवार को दोनों मानक सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। हालांकि निवेशकों की लगातार बिकवाली और कच्चे तेल के दाम में तेजी से शेयर बाजार पर दबाव बना और अंततः लाभ सीमित रहा।
सेंसेक्स में 169.62 अंक की बढ़त
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSC) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 169.62 अंक यानी 0.22 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76,499.63 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 505.6 अंक तक चढ़ गया था। गौरतलब है कि सेंसेक्स इससे पिछले चार कारोबारी सत्रों में 1,869.1 अंक यानी 2.39 प्रतिशत नीचे जा गिरा था। खैर, सेंसेक्स की 30 कम्पनियों में 19 के शेयर लाभ में रहे जबकि 11 में गिरावट दर्ज की गई।
निफ्टी 23,176.05 अंक पर बंद
उधर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NFT) का 50 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक निफ्टी भी 90.10 अंक यानी 0.39 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,176.05 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी से संबद्ध 50 कम्पनियों में 34 के शेयर हरे निशान में बंद हुए और 16 नुकसान में रहे।
अदानी इंटरप्राइजेज में सर्वाधिक 6.98% की तेजी रही
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में से अदानी इंटरप्राइजेज में सर्वाधिक 6.98 प्रतिशत की तेजी रही। इसके अलावा हिण्डाल्को, अदानी पोर्ट्स, एनटीपीसी, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, जोमैटो, बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स, भारतीय स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक और मारुति के शेयर भी लाभ में रहे। दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में हिन्दुस्तान यूनिलीवर, टाइटन, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल हैं।
एचसीएल टेक्नोलॉजीज का शेयर 8 प्रतिशत नुकसान में रहा
वहीं सूचना प्रौद्योगिकी कम्पनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज के दिसम्बर तिमाही के वित्तीय परिणाम के बाद कम्पनी का शेयर आठ प्रतिशत से अधिक के नुकसान में बंद हुआ। एचसीएल टेक ने सोमवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसका एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी (अक्टूबर-दिसंबर) तिमाही में 5.54 प्रतिशत बढ़कर 4,591 करोड़ रुपये रहा है।
खुदरा मुद्रास्फीति 4 महीने के सबसे निचले स्तर पर
उल्लेखनीय है कि सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सब्जियों एवं अन्य खाद्य उत्पादों की कीमतें कम होने से दिसम्बर महीने में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 5.22 प्रतिशत पर आ गई। यह चार महीने का सबसे निचला स्तर है। इससे यह उम्मीद बढ़ी है कि भारतीय रिजर्व बैंक अगले महीने पेश मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर में कटौती कर सकता है।
थोक मुद्रास्फीति दिसम्बर में बढ़कर 2.37% पर पहुंची
इस बीच, मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार गैर-खाद्य वस्तुओं, विनिर्मित उत्पादों और ईंधन के दाम बढ़ने से थोक मुद्रास्फीति पिछले महीने यानी दिसम्बर में बढ़कर 2.37 प्रतिशत पर पहुंच गई। हालांकि, इस दौरान खाद्य वस्तुओं की कीमतों में मामूली गिरावट आई।
एफआईआई ने 4,892.84 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 4,892.84 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81.11 डॉलर प्रति बैरल रहा।