
पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव से सहमा शेयर बाजार, सेंसेक्स 511 अंक फिसला, निफ्टी फिर 25000 से नीचे
मुंबई, 23 जून। इजराइल-ईरान संघर्ष के बीच बीते सप्ताहांत ईरान के तीन प्रमुख परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी बमबारी के बाद पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव से सोमवार को स्थानीय शेयर बाजार में खासी गिरावट दर्ज की गई। इस क्रम में टेक्नोलॉजी और ऑटो कम्पनियों के स्टॉक में बड़ी बिकवाली के बीच बीएसई सेंसेक्स 511 अंक फिसलने के साथ जहां एक बार फिर 82,000 के नीचे आ गया वहीं एनएसई निफ्टी में 140 अंकों से अधिक का नुकसान रहा और वह भी 25,000 के स्तर के नीचे चला गया।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि कि ईरान व इजराइल के बीच जारी संघर्ष में अमेरिकी दखल ने पश्चिम एशिया को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। अमेरिका ने गत शनिवार की रात ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों – फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर बमबारी की है। इससे होर्मुज जलडमरूमध्य के रास्ते होने वाले कच्चे तेल कारोबार पर अनिश्चितता का माहौल बन रहा है।
सेंसेक्स 81,896.79 अंक पर बंद
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स उतार-चढ़ाव से भरे कारोबार में 511.38 अंक यानी 0.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,896.79 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 931.41 अंक यानी 1.13 प्रतिशत गिरकर 81,476.76 अंक पर आ गया था, लेकिन बाद में इसने कुछ नुकसान की भरपाई की। सेंसेक्स से संबद्ध कम्पनियों में 21 के शेयर नुकसान में रहे जबकि नौ में बढ़त रही।
निफ्टी में 140.50 अंकों की गिरावट
उधर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 140.50 अंक यानी 0.56 प्रतिशत गिरकर 24,971.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक एक समय 287.55 अंकों की गिरावट से 24,824.85 तक जा खिसका था। निफ्टी से संबद्ध कम्पनियों में सिर्फ 15 के शेयर लाभ में रहे जबकि 35 में नुकसान दर्ज किया गया।
फिलहाल इस गिरावट के बावजूद बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स ने बेहत प्रदर्शन किया। मिडकैप इंडेक्स में 0.20 प्रतिशत की बढ़त और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.57 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली।
इंफोसिस के स्टॉक में सर्वाधिक 2.29 प्रतिशत की गिरावट
सेंसेक्स में शामिल कम्पनियों में इंफोसिस के स्टॉक ने सर्वाधिक 2.29 प्रतिशत की गिरावट देखी। उसके अलावा लार्सन एंड टुब्रो, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिन्दुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और मारुति में बी सबसे ज्यादा गिरावट रही। इसके उलट, ट्रेंट, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, बजाज फाइनेंस और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर बढ़त में रहे।
निफ्टी मीडिया में सबसे ज्यादा 4.39 फीसदी की बढ़त
सेक्टोरल इंडेक्स पर नजर दौड़ाएं तो सबसे ज़्यादा प्रॉफिट निफ्टी मीडिया को हुआ, जिसमें 4.39 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली। इसके बाद निफ्टी इंडिया डिफेंस में 2.14 प्रतिशत, निफ्टी कैपिटल मार्केट में 1.94 प्रतिशत, निफ्टी मेटल में 0.66 प्रतिशत और निफ्टी इंडिया टूरिज्म में 0.47 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली।
निफ्टी आईटी व निफ्टी ऑटो को ज्यादा नुकसान
वहीं सबसे ज़्यादा नुकसान निफ्टी आईटी को हुआ, जो 1.48 प्रतिशत तक लुढ़क गया। इसके बाद निफ्टी ऑटो में 0.92 प्रतिशत, निफ्टी एफएमसीजी में 0.74 प्रतिशत व निफ्टी सर्विसेज सेक्टर में 0.60 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
ब्रेंट क्रूड 0.49% बढ़कर 77.39 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 7,940.70 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की थी। वहीं पश्चिम एशिया में संकट गहराने के बीच वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.49 प्रतिशत बढ़कर 77.39 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।