सोनभद्र खदान त्रासदी : 75 टन चट्टान के नीचे 65 घंटे की जंग, मलबे से अब तक 7 मजदूरों के शव मिले, परिवारों में मातम
सोनभद्र, 18 नवंबर। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के ओबरा थाना क्षेत्र में कृष्णा माइनिंग की खदान से अब तक 7 शव बरामद हुए हैं । घटना रविवार देर शाम को उस वक्त हुई थी जब खदान में अचानक भारी चट्टान धंस गई, जिसके नीचे कई मजदूर दब गए। घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। हादसे के तुरंत बाद राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया, लेकिन चट्टान का वजन बहुत अधिक होने के कारण रेस्क्यू में बड़ी दिक्कतें सामने आ रही हैं। NDRF और SDRF की टीमें पिछले 65 घंटे से लगातार मलबा हटाने में लगी हुई हैं।
- अब तक 7 मजदूरों के शव मिले
मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार देर रात तक बचावकर्मियों ने मलबे से 6 मजदूरों के शव निकाले थे। इनमें दो सगे भाइयों की मौत की पुष्टि भी हुई, जिससे परिवारों में कोहराम मच गया। मंगलवार, 18 नवंबर को एक और शव बरामद हुआ। इस तरह हादसे में अब तक 7 मजदूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
- 70–75 टन की चट्टान बना बड़ी बाधा
रेस्क्यू टीमों के मुताबिक, एक विशाल चट्टान बचाव कार्य में सबसे बड़ी रुकावट बनी हुई है। इस चट्टान का वजन लगभग 70 से 75 टन बताया जा रहा है। मशीनों और अन्य तकनीकी उपकरणों की मदद से इसे हटाने की लगातार कोशिश की जा रही है।
- और मजदूर फंसे हो सकते हैं, रेस्क्यू जारी रहेगा
प्रशासन ने कहा है कि जब तक यह पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो जाता कि खदान में कोई और मजदूर फंसा नहीं है, तब तक राहत-बचाव अभियान रोका नहीं जाएगा। टीमें लगातार गहराई तक जांच कर रही हैं। हादसे से पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है, और पीड़ित परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है।
