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पापुआ न्यू गिनी में दंगा भड़का, लूटपाट और आगजनी में 16 लोगों की मौत, पीएम जेम्स मारापे ने घोषित किया आपातकाल

पापुआ न्यू गिनी में दंगा भड़का, लूटपाट और आगजनी में 16 लोगों की मौत, पीएम जेम्स मारापे ने घोषित किया आपातकाल

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पोर्ट मोरेस्बी, 11 जनवरी। पापुआ न्यू गिनी में आगजनी, लूटपाट और दंगा भड़कने के कारण 16 लोगों की मौत से देश में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है और जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है।

वेतन विवाद के विरोध में भड़के दंगे

गौरतलब है कि वेतन विवाद के विरोध में सैकड़ों पुलिस अधिकारियों, सैनिकों, जेल कर्मचारियों और लोक सेवकों द्वारा अपनी नौकरी छोड़ने के बाद बुधवार को राजधानी पोर्ट मोरेस्बी में भड़के हिंसक दंगे के बाद पीएम ने सरकारी और पुलिस अधिकारियों को निलम्बित कर दिया है। पापुआ न्यू गिनी सरकार ने वेतन कटौती के लिए प्रशासनिक गड़बड़ी को जिम्मेदार ठहराया है।

हिंसाग्रस्त क्षेत्र के कई वीडियो सोशल मीडिया और टेलीविजन दिखाए गए हैं। वीडियो फुटेज में राजधानी पोर्ट मोरेस्बी की सड़कों पर हजारों लोगों को दिखाया गया है, जिनमें से कई लोग लूटा हुआ माल ले जा रहे हैं और शहर के ऊपर काला धुआं फैल रहा है।

ऑस्ट्रेलियाई राज्य प्रसारक एबीसी ने पुलिस के हवाले से गुरुवार को बताया कि पोर्ट मोरेस्बी में दंगों में नौ लोग मारे गए और सोने और तांबे के खनन वाले देश के उत्तर में स्थित लाई में सात लोग मारे गए।

देश के पुलिस प्रमुख और वित्त व राजकोष विभागों में शीर्ष नौकरशाह निलम्बित

प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमने पापुआ न्यू गिनी के पुलिस प्रमुख और वित्त और राजकोष विभागों में शीर्ष नौकरशाहों को निलम्बित कर दिया है। सरकार दंगों के कारणों की समीक्षा कर रही है। समीक्षा से यह सुनिश्चित होगा हम लोकतंत्र को सुरक्षित रखते हैं, हम कानून के शासन को सुरक्षित करते हैं।’

उन्होंने कहा कि आगे की अशांति को रोकने के लिए लगभग 1,000 सैन्यकर्मी तैयार थे। राजधानी में हिंसा गुरुवार को कम हो गई, सरकार ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस तैनात कर दी। पोर्ट मोरेस्बी में संयुक्त राज्य दूतावास ने कहा कि पुलिस काम पर लौट आई है, लेकिन तनाव अब भी बरकरार है।

एक बयान में कहा गया, ‘आपेक्षिक शांति एक पल में बदल सकती है। उसे देश के कई अन्य इलाकों में हिंसा की खबरें मिली हैं।’ वहीं चीनी दूतावास ने कहा कि कई चीनी नागरिक मामूली रूप से घायल हो गए और चीनी स्वामित्व वाली दुकानों में तोड़फोड़ व लूटपाट की गई।

ऑस्ट्रेलिया के बाद सबसे अधिक आबादी वाला दक्षिण प्रशांत देश है पापुआ न्यू गिनी

उल्लेखनीय है कि पापुआ न्यू गिनी एक विविध, विकासशील देश है, जहां अधिकतर किसान निर्वाह करते हैं, जहां करीब 800 भाषाएं बोली जाती हैं। यह दक्षिण प्रशांत के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिस्से में है। 10 मिलियन लोगों के साथ, यह ऑस्ट्रेलिया के बाद सबसे अधिक आबादी वाला दक्षिण प्रशांत देश है, जो 26 मिलियन लोगों का घर है।

पापुआ न्यू गिनी दूरदराज के क्षेत्रों में बढ़ती जनजातीय हिंसा और नागरिक अशांति को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है और इसका दीर्घकालिक लक्ष्य अपने पुलिस अधिकारियों की संख्या 6,000 से बढ़ाकर 26,000 करना है।

वेतन पैकेट में कटौती की सूचना पर हड़ताल पर चली गई थी पुलिस

अपने वेतन पैकेट में कटौती का पता चलने के बाद पुलिस बुधवार सुबह हड़ताल पर चली गई। एक अधिकारी ने बुधवार को स्थानीय रेडियो एफएम100 को बताया कि पुलिस के बिना शहर ने नियंत्रण खो दिया है।

सरकार ने कहा – प्रशासनिक त्रुटि गड़बड़ी हुई, उसे ठीक किया जाएगा

हालांकि सरकार ने सोशल मीडिया पर इस बात से इनकार करते हुए संदेश प्रसारित किया कि पुलिस पर कोई नया कर लगाया गया है और मारापे ने कहा कि किसी भी प्रशासनिक त्रुटि के कारण वेतन में कमी हुई है, उसे ठीक किया जाएगा।

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