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अमित शाह ने दी जानकारी – इसी माह शुरू की जाएगी CAA के तहत नागरिकता देने की प्रक्रिया
नई दिल्ली, 2 मई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि चुनाव के अंतिम चरण से पहले नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) के तहत पहली नागरिकता जारी की जाएगी। शाह ने टीवी चैनल न्यूज18 को दिए एक इंटरव्यू में बताया, ‘आवेदन आने शुरू हो गए हैं। नियमों के मुताबिक जांच हो रही है और मुझे लगता है कि चुनाव के आखिरी चरण से पहले नागरिकता देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।’
केंद्र सरकार ने गत 11 मार्च को लागू किया था सीएए
उल्लेखनीय है कि भाजपा के नेतृत्व वाली NDA सरकार ने इसी वर्ष 11 मार्च को सीएए लागू किया, जो 31 दिसम्बर, 2014 से पहले भारत में प्रवेश करने वाले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के बिना दस्तावेज वाले गैर-मुस्लिम प्रवासियों के लिए नागरिकता का मार्ग प्रशस्त करता है। संसद द्वारा दिसम्बर, 2019 में कानून पारित किए जाने के चार वर्षों बाद यह प्रगति हुई।
अधिनियम की अधिसूचना जारी होते ही विपक्षी नेताओं की आलोचना शुरू कर दी, जिन्होंने दावा किया कि अधिसूचित नियम असंवैधानिक, भेदभावपूर्ण और संविधान में निहित नागरिकता के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांत का उल्लंघन हैं।
‘मुझे 400 का लक्ष्य पार करने में कोई दिक्कत नहीं दिखती‘ शाह ने इंटरव्यू के दौरान लोकसभा चुनाव में एनडीए के 400 सीटें पार करने के लक्ष्य को हासिल करने का भी भरोसा जताया। उन्होंने कहा, ‘आप देखेंगे कि मतगणना के दिन (4 जून, 2024), दोपहर 12.30 बजे से पहले, एनडीए 400 के पार हो जाएगा, मोदी जी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे… मेरी पार्टी की टीम और मैंने विस्तृत विश्लेषण किया है। हम पहले दो चरणों से 100 से अधिक सीटों के साथ तीसरे चरण की ओर बढ़ रहे हैं। मुझे 400 का लक्ष्य पार करने में कोई दिक्कत नहीं दिखती।’
EC ने जारी किए पहले दोनों चरण के अंतिम मतदान आंकड़े
इस बीच आम चुनाव के तहत पहले चरण के मतदान (19 अप्रैल) के 10 दिन से अधिक और दूसरे चरण के मतदान (26 अप्रैल) के चार दिन बाद भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने गत 30 अप्रैल को अंतिम मतदान आंकड़े जारी किए। पहले चरण में 66.14% मतदान हुआ जबकि दूसरे चरण में यह 66.7% था।
2019 के मुकाबले दोनों चरण के वोटिंग प्रतिशत में गिरावट
2019 के चुनावों की तुलना में दोनों चरणों के मतदान में गिरावट दर्ज की गई। इसमें पहले चरण के लिए चार प्रतिशत से कम और दूसरे चरण के लिए तीन प्रतिशत से कम की गिरावट देखी गई।