1. Home
  2. हिंदी
  3. राजनीति
  4. राज्यसभा में बोलीं रंजीत रंजन – आरक्षण महिलाओं का संवैधानिक अधिकार,  यह किसी की दया या भीख नहीं
राज्यसभा में बोलीं रंजीत रंजन – आरक्षण महिलाओं का संवैधानिक अधिकार,  यह किसी की दया या भीख नहीं

राज्यसभा में बोलीं रंजीत रंजन – आरक्षण महिलाओं का संवैधानिक अधिकार,  यह किसी की दया या भीख नहीं

0
Social Share

नई दिल्ली, 21 सितम्बर। कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने वाले संविधान (128 वां संशोधन) विधेयक 2023 पर गुरुवार को चर्चा शुरू करते हुए राज्यसभा में कहा कि सरकार ने विधेयक का नाम नारी शक्ति वंदन विधेयक रखा है, जो उचित नहीं है।

रंजीत रंजन ने कहा कि महिला आरक्षण महिलाओं का संवैधानिक अधिकार है, यह किसी की दया या भीख नहीं है। इस आरक्षण के लिए महिलाओं ने लंबा संघर्ष किया है और सरकार उसे न करने का प्रयास कर रही है। रंजन ने कहा कि सरकारी महिला आरक्षण विधेयक के माध्यम से प्रचार कर रही है। इसके लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की आवश्यकता नहीं थी।

उन्होंने कहा कि परिसीमन और जनगणना की बाधा लगाकर सरकार ने संकेत दिया है कि यह चुनावी हथकंडा है। उन्होंने कहा कि नारी को वंदना नहीं बल्कि समानता का अधिकार चाहिए। विधेयक में अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को भी आरक्षण दिया जाना चाहिए।

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published.

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code