पीएम मोदी पोलैंड व यूक्रेन की यात्रा पर रवाना, बोले – क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र वापसी चाहता है भारत
नई दिल्ली, 21 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दो यूरोपीय देशों – पोलैंड व यूक्रेन की यात्रा पर रवाना हो गए। पोलैंड रवानगी से पहले उन्होंने कहा कि वह यूक्रेन के राष्ट्रपति से संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर दृष्टिकोण साझा करेंगे। एक मित्र और साझेदार के रूप में भारत क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र वापसी की आशा करता है।
पोलैंड से राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे
विदेश यात्रा से पहले पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि यह यात्रा दोनों देशों के साथ व्यापक संपर्कों की स्वाभाविक निरंतरता के रूप में काम करेगी और आने वाले वर्षों में मजबूत और अधिक जीवंत संबंधों की नींव रखने में मदद करेगी।
Leaving for Warsaw. This visit to Poland comes at a special time- when we are marking 70 years of diplomatic ties between our nations. India cherishes the deep rooted friendship with Poland. This is further cemented by a commitment to democracy and pluralism.
I will hold talks…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 21, 2024
पीएम मोदी ने कहा, ‘पोलैंड की मेरी यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब हम अपने राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे कर रहे हैं। पोलैंड मध्य यूरोप में एक प्रमुख आर्थिक साझेदार है। लोकतंत्र और बहुलवाद के प्रति हमारी पारस्परिक प्रतिबद्धता हमारे संबंधों को और मजबूत बनाती है। मैं अपने मित्र प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क और राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मिलने के लिए उत्सुक हूं, जिससे कि हमारी साझेदारी को और आगे बढ़ाया जा सके।’ पीएम मोदी पोलैंड में जीवंत भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मिलेंगे।
I will be visiting Ukraine at the invitation of President @ZelenskyyUa. This visit will be an opportunity to build on the earlier discussions with him and deepening the India-Ukraine friendship. We will also share perspectives on the peaceful resolution of the ongoing Ukraine…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 21, 2024
यूक्रेन दौरे पर क्या होगा खास
पीएम मोदी ने बताया कि पोलैंड से वह राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के निमंत्रण पर यूक्रेन जाएंगे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा है। वह द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और चल रहे यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर दृष्टिकोण साझा करने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ पहले की बातचीत को आगे बढ़ाने के अवसर की प्रतीक्षा कर रहे हैं।