पीएम मोदी ने हिन्दी व भोजपुरी के प्रख्यात कवि हरिराम द्विवेदी के निधन पर जताया दुःख
वाराणसी, 9 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिन्दी और भोजपुरी के प्रख्यात कवि, गीतकार और साहित्यकार पंडित हरिराम द्विवेदी के निधन पर दुख जताया है और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। ‘हरि भैया’ के नाम से लोकप्रिय 87 वर्षीय हरिराम द्विवेदी का सोमवार की शाम लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था।
पीएम मोदी ने X पर एक पोस्ट में हरिराम द्विवेदी के प्रति अपनी शोक संवेदना में कहा, ‘हिन्दी साहित्य के मूर्धन्य रचनाकार और काशी के निवासी पंडित हरिराम द्विवेदी जी के निधन से दुखी हूं। अंगनइया और जीवनदायिनी गंगा जैसे कविता संग्रहों और अपनी विभिन्न रचनाओं के साथ, वे हमेशा हमारे जीवन में उपस्थित रहेंगे। उन्हें श्रीचरणों में स्थान मिले, ईश्वर से मेरी यही प्रार्थना है।’
हिंदी साहित्य के मूर्धन्य रचनाकार और काशी के निवासी पंडित हरिराम द्विवेदी जी के निधन से दुखी हूं। अंगनइया और जीवनदायिनी गंगा जैसे कविता संग्रहों और अपनी विभिन्न रचनाओं के साथ, वे हमेशा हमारे जीवन में उपस्थित रहेंगे।
उन्हें श्रीचरणों में स्थान मिले, ईश्वर से मेरी यही प्रार्थना…— Narendra Modi (@narendramodi) January 9, 2024
मूलत: मीरजापुर के शेरवां गांव निवासी हरि भइया पिछले लगभग आठ माह से अस्वस्थ चल रहे थे। उन्होंने सोमवार की दोपहर महानगर के महमूरगंज में मोतीझील स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार आज अपराह्न मणिकर्णिका घाट पर किया गया। बड़े पुत्र राजेश कुमार द्विवेदी ने पिता को मुखाग्नि दी।
साहित्य अकादमी भाषा सम्मान सहित कई पुरस्कारों से नवाजे गए थे
पं. हरिराम द्विवेदी ने गंगा, गांव-गिरांव व पर्यावरण की चिंतो शब्दों में पिरोया था। लगभग तीन दशक तक आकाणवाणी वाराणसी के प्रसारण से जुड़े रहे हरि भइया ने वर्ष 1993 से ही संकट मोचन संगीत समारोह के संचालन की जिम्मेदारी संभाल रखी थी। उन्हें साहित्य अकादमी भाषा सम्मान, साहित्य भूषण, साहित्य सारस्वत, राहुल सांकृत्यायन जैसे कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।