
पीएम मोदी की मौजूदगी में उमर अब्दुल्ला की बड़ी मांग, बोले – ‘मेरा तो डिमोशन हो गया’
जम्मू, 6 जून। जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने आज कटरा में वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। यह ट्रेन कटरा से श्रीनगर तक जाएगी और पहली बार कश्मीर घाटी शेष भारत से ट्रेन के माध्य से जुड़ सकेगी। कटरा से श्रीनगर तक चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस उधमपुर, श्रीनगर और बारामूल रेल लिंक का हिस्सा है। इस उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, एलजी मनोज सिन्हा और रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव भी मौजूद रहे।
दिलचस्प यह रहा कि इस दौरान उमर अब्दुल्ला ने एक कहते हुए पीएम मोदी के सामने बड़ी मांग उठा दी कि उनका तो डिमोशन हो गया है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘मेरा सौभाग्य है कि बीते 11 वर्षों में जम्मू-कश्मीर के लिए जो भी रेल प्रोजेक्ट शुरू हुए हैं, उन सभी की शुरुआत के मौके पर मैं पीएम मोदी के साथ उपस्थित रहा हूं। पहला कार्यक्रम अनंतनाग रेलवे स्टेशन के उद्घाटन का था। फिर दूसरा कार्यक्रम बनिहाल टनल के उद्घाटन का हुआ।’
सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘मुझे याद है कि 2014 में कटरा रेलवे स्टेशन के उद्घाटन के दौरान भी मैं था। आज मंच पर बैठे सभी चार लोग उस दिन भी थे। तब मनोज सिन्हा रेल राज्य मंत्री हुआ करते थे। अब उनका प्रमोशन जम्मू-कश्मीर के एलजी के पद पर हो गया है। वहीं मेरा डिमोशन हो गया है। मैं एक राज्य का सीएम था और आज केंद्र शासित प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं।’
इशारों में ही जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग
उमर अब्दुल्ला ने इस चुटकी के बहाने इशारों में ही पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग उठा दी। उन्होंने कहा, ‘चीजें जल्दी ही सामान्य होंगी। ऐसी मुझे उम्मीद है कि पीएम नरेंद्र मोदी जल्द ही जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देंगे।’
पीएम मोदी की सक्रियता से यह विकास संभव हो पाया
उन्होंने कहा, ‘यह हमारे लिए ऐतिहासिक दिन है और इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के विकास में एक और मील का पत्थर जुड़ गया है। यह विकास इसीलिए संभव हो पाया है क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी खुद सक्रिय रहे हैं और कश्मीर के विकास की पल-पल की अपडेट लेते रहे हैं।’
अब्दुल्ला ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद किया
इस मौके पर उमर अब्दुल्ला ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद किया। अब्दुल्ला ने कहा कि यदि वाजपेयी जी को यदि याद नहीं किया तो यह भी अन्याय होगा। अटल बिहारी वाजपेयी ने ही कश्मीर के लिए ट्रेन को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना बताया था।