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सुरक्षा बलों के ऑपरेशन में ढेर नक्सली नेता चलपति पर था पूरे एक करोड़ का ईनाम, पत्नी संग सेल्फी से रडार पर चढ़ा

सुरक्षा बलों के ऑपरेशन में ढेर नक्सली नेता चलपति पर था पूरे एक करोड़ का ईनाम, पत्नी संग सेल्फी से रडार पर चढ़ा

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रायपुर, 21 जनवरी। ओडिशा सीमा के पास छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में 36 घंटे से अधिक समय तक चले सुरक्षा बलों के बड़े ऑपरेशन में जो 16 नक्सली ढेर किए गए, उनमें खूंखार नक्सली नेता प्रताप रेड्डी रामचंद्र रेड्डी उर्फ चलपति भी शामिल था, जिसके सिर पर पूरे एक करोड़ रुपये का ईनाम घोषित था।

आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले का रहने वाला 62 वर्षीय चलपति बेहद खूंखार नक्सली था। वह सुरक्षा बलों पर कई खतरनाक हमले कर चुका था। एक विधायक की हत्या के पीछे भी उसका हाथ बताया जाता है। वह गुरिल्ला युद्ध में माहिर था और युद्ध की रणनीति बनाने में बेहद कुशल माना जाता था।

2018 में टीडीपी नेताओं की हत्या का मास्टरमाइंड था चलपति

अंग्रेजी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि 23 सितम्बर, 2018 को हुए उस हमले का चलपति ही मास्टरमाइंड था, जिसमें टीडीपी के विधायक किदारी सर्वेश्वर राव और पूर्व विधायक शिवेरी सोमा की हत्या कर दी गई थी। चलपति की पत्नी अरुणा ने कथित तौर पर नक्सलियों के उस समूह का नेतृत्व किया था, जिसने टीडीपी नेताओं की हत्या की थी।

बताया जाता है कि 1970 के दशक में ही नक्सल विचाराधारा से चलपति इस कदर प्रभावित हुआ कि उसने इंटर पास करने से पहले पढ़ाई छोड़ दी और बंदूक उठा ली। वह जल्द ही डिविजनल कमेटी का सदस्य बन गया। वह प्रताप, रवि और जयराम जैसे नामों से भी जाना जाता था। दिसम्बर, 2000 में वह स्पेशल जोनल कमेटी का सदस्य बना दिया गया था।

3 दशक से सुरक्षा बलों पर प्लानिंग के साथ हमलों को अंजाम दे रहा था

चलपति को जल्द ही स्टेट मिलिट्री कमीशन ऑफ आंध्र ओडिशा बॉर्डर स्पेशल जोन कमेटी (AOB-SZC) में लाया गया। गुरिल्ला युद्ध में अपनी कौशल की वजह से उसने तेजी से तरक्की की। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के सीमा वाले इलाकों में वह करीब तीन दशक तक सुरक्षा बलों पर हमलों की प्लानिंग और उन्हें अंजाम देने में जुटा रहा।

दशकों तक अंडरग्राउंड रहकर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के बाद चलपति मई, 2016 में सुरक्षा बलों के रडार पर आया। उसकी तस्वीर तब पहली बार सुरक्षा बलों को मिली, जब एक नक्सली के मारे जाने के बाद उसके पास बरामद लैपटॉप में चलपति और उसकी पत्नी की एक सेल्फी मिली। चलपति रोमांस की वजह से पहले भी झटका खा चुका था। डिप्टी कमांडर अरुणा के साथ संबंध की बात सामने आने पर उसे एक साल के लिए निलंबित भी कर दिया गया था। बाद में उसने अरुणा के साथ शादी कर ली।

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