मुंबई में बारिश का तांडव : भूस्खलन के चलते चेंबूर-विक्रोली में दीवार गिरने से 24 लोगों की मौत
मुंबई, 18 जुलाई। मायानगरी मुंबई में मूसलाधार बारिश से बड़ी तबाही के साथ जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शनिवार को मध्यरात्रि बाद बारिश के बीच भूस्खलन की दो घटनाएं हुईं, जिसके चलते झुग्गी-झोपड़ियों पर दीवार गिरने से चेंबूर इलाके में 17 लोगों की जान चली गई जबकि विक्रोली में सात लोगों की मौत हुई है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की अगुआई में बचाव एवं राहत कार्य चल रहा है और पीड़ित लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है।
झुग्गी-झोपड़ियों पर दीवार गिरने से हुआ हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार चेंबूर स्थित वाशीनाका इलाके के न्यू भारत नगर में शनिवार को मध्यरात्रि बाद एक बजे यह भयावह घटना हुई। लगातार बारिश से एक पेड़ दीवार पर गिरा और फिर दीवार झुग्गी-झोपड़ियों पर गिर गई। मलबे में कई लोग दब गए। इनमें कुछ ने तत्काल दम तोड़ दिया और अन्य की इलाज के दौरान मौत हुई है। अंतिम समाचर मिलने तक इस घटना में 17 लोगों की मौत की खबर थी। रिपोर्ट के अनुसार मलबे में कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका है।
उधर विक्रोली में भी मध्यरात्रि बाद लगभग 2.30 बजे दीवार गिरने से पांच झुग्गियां ढह गईं, जिनमें सो रहे सात लोगों की मौत हो गई।
दोनों स्थानों पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। दीवार का मलबा हटाने की कोशिश हो रही है और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेकिन लगातार हो रही बारिश के चलते राहत एवं बचाव कार्या में बाधा उत्पन्न हो रही है। इस दौरान लगभग 16 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
केंद्र व राज्य सरकारों की ओर से आर्थिक मदद की घोषणा
इस बीच केंद्र व राज्य सरकारों ने पीड़ितों के लिए आर्थिक मदद की घोषणा की है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) की तरफ से दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे जबकि घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी हादसे में हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने घोषणा की है कि सरकार मृतकों के उत्तराधिकारियों को पांच लाख रुपये का भुगतान करेगी और घायलों को मुफ्त इलाज दिया जाएगा।
पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे चेंबूर में घटना स्थल पर पहुंचे
उद्धव ठाकरे के पुत्र व महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे भी चेंबूर में घटना स्थल पर पहुंचे और पीड़ितों से बातचीत की। उन्होंने बताया, ‘शनिवार को 200 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई थी। घटना एक प्राकृतिक आपदा थी। पहाड़ी से कीचड़युक्त पानी आया। दीवार आरसीसी की बनी थी, लेकिन पानी के तेज बहाव के सामने वह टिक नहीं सकी। हम मुंबई में औपचारिक आवास संकट को हल करने की कोशिश कर रहे हैं।’
खतरनाक स्थिति में रह रहे लोगों को स्थायी बस्तियों में स्थानांतरित करेंगे : नवाब मलिक
दूसरी तरफ महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और अणुशक्ति नगर विधायक नवाब मलिक ने कहा, ‘हम खतरनाक स्थिति में रह रहे लोगों को तत्काल स्थायी बस्तियों में स्थानांतरित करने का निर्णय लेंगे। चेंबूर इलाके में दीवार गिरने की घटना की बीएमसी जांच करेगी।’
गौरतलब है कि मुंबई में पिछले कई दिनों से बारिश हो रही है। इस बार महाराष्ट्र में मॉनसून समय से पहले आया था। हालांकि, कुछ दिनों के बाद बारिश कम हो गई थी, लेकिन फिर से पिछले कुछ दिनों से मुंबई में तेज बारिश हो रही है। इसकी वजह से कई इलाकों में पानी भर गया है। मौसम विभाग ने विभिन्न जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया था।