पीएम मोदी से मुलाकात के लिए मंत्रियों को अब कराना होगा RT-PCR टेस्ट, कोविड के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र का फैसला
नई दिल्ली, 11 जून। देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात या बैठक करने से पहले मंत्रियों को RT-PCR टेस्ट कराना होगा। यह टेस्ट कराने के बाद ही मंत्री पीएम मोदी से मिल सकेंगे।
कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या 7,000 के पार
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटों में 306 नए COVID-19 मामले और छह संबंधित मौतें दर्ज की गईं। इसके साथ ही भारत में सक्रिय मामलों की संख्या 7,000 को पार कर गई, जिससे वायरस के प्रसार को लेकर नई चिंताएँ पैदा हो गई हैं।
बीते 24 घंटे के दौरान 6 कोविड रोगियों की मृत्यु
मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला है कि बीते 24 घंटे के दौरान छह कोविड रोगियों की मृत्यु हुई। इनमें केरल में तीन, कर्नाटक में दो और महाराष्ट्र में एक की मौत हुई। एक पीड़ित 43 वर्षीय व्यक्ति था, जिसकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर थी। अन्य लोग पहले से ही श्वसन और पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित बुजुर्ग थे।
दरअसल, संक्रमण में वृद्धि के लिए नए वैरिएंट को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जिसमें LF.7, XFG, JN.1 और हाल ही में पहचाने गए कोविड-19 के NB.1.8.1 सब वैरिएंट शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की अब तक आम जनता के लिए कोई नई सलाह नहीं
हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब तक आम जनता के लिए कोई नई सलाह जारी नहीं की है, लेकिन कई राज्यों ने पिछले दिनों में दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसमें लोगों से शांत रहने और सतर्क रहने का आग्रह किया गया है।
कोविड के बढ़ते मामलों बीच कर्नाटक सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे प्रसार को रोकने और सुरक्षा बनाए रखने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सहयोग करें। वहीं दिल्ली सरकार ने भी गत 23 मई को अस्पतालों के लिए एक सलाह जारी की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे बढ़ते कोविड मामलों से निपटने के लिए पर्याप्त बेड, ऑक्सीजन, दवाइयों और टीकों के साथ तैयार रहें। हालांकि, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है।
विशेषज्ञों की सलाह
विशेषज्ञों ने कोविड-उपयुक्त व्यवहार बनाए रखने की सलाह दी है, जैसे मास्क पहनना, हाथ की सफाई का अभ्यास करना और भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचना। बढ़ते संक्रमण के साथ, केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह भेजी है, जिसमें तैयारियों और सतर्कता पर जोर दिया गया है।
चिकित्सा पेशेवरों ने कोविड-19 को अन्य मौसमी वायरल बुखारों से अलग करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है, जिसमें बुखार, थकान और श्वसन संबंधी समस्याओं जैसे सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं।
