मनसुख मांडविया ने कोरोना संकट से निबटने के सरकारी उपायों की संसद में दी जानकारी, दिए तीन मंत्र
नई दिल्ली, 22 दिसम्बर। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुरुवार को कोरोना संकट से निबटने के सरकार के उपायों की जानकारी संसद के दोनों सदनों में दी। उन्होंने लोकसभा में इस बारे में बयान दिया और चीन से फैल रहे कोरोना के नए BF.7 वैरिएंट से निबटने के लिए तीन मंत्र भी दिए।
मनसुख मांडविया ने कहा, ‘हमें विदेशों से आने वाले लोगों की जांच करनी होगी, मास्क लगाना होगा और जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए यह पता लगाना होगा कि कोई नया वैरिएंट आ तो नहीं आ गया है। हालांकि घबराने की बात नहीं है और दूसरे देशों के मुकाबले भारत में स्थिति अच्छी है।’
सिर्फ चीन नहीं पड़ोसी जापान, कोरिया समेत इन देशों में कोविड से हाहाकार
मांडविया ने कहा कि दक्षिण कोरिया, चीन, इटली, अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों में कोरोना के केसों में तेजी से इजाफा हो रहा है। इसके उलट भारत में केसों का आंकड़ा काफी कम है। एक साल से भारत में लगातार कोरोना के केस कम हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से कई देशों पर असर पड़ा है। चीन और जापान में तो मौतों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। भारत में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य सरकारों ने टीकाकरण का भी रिकॉर्ड बनाया है। अब तक देश में दो अरब से ज्यादा टीके लग चुके हैं। देश में टीके के लिए योग्य 27 फीसदी लोगों को बूस्टर डोज भी लग चुकी है।
कोरोना के बदलते वैरिएंट पर है सरकार की नजर
मांडविया ने कहा कि कोरोना के बदलते वैरिएंट से जो भी समस्या पैदा हुई है, उस पर सरकार नजर रख रही है। इसके अलावा राज्यों को भी जीनोम सीक्वेंसिंग करने को कहा गया है। इससे किसी भी नए वैरिएंट के भारत में मिलने का समय से पता लगेगा।
उन्होंने कहा, ‘देश में कोरोना से निबटने के लिए हम संकल्पित हैं और सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। मैं सदन से अपील करता हूं कि सांसद अपने क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करें।’ स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरान सभी लोगों से बूस्टर डोज लेने और कोविड प्रोटोकॉल के पालन की भी अपील की।
पीएम मोदी भी करेंगे बैठक, एडवाइजरी पर हो सकती है बात
इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी भी कोरोना को लेकर मीटिंग करने वाले हैं। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के अलावा राज्य मंत्री भी मौजूद रहेंगे। यही नहीं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के अलावा राज्यों के सचिवों को भी बैठक में बुलाया गया है। इस मीटिंग में कोरोना से पैदा हालातों को लेकर बात होगी। इसके अलावा कुछ अहम फैसले भी लेने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि भारत में फिलहाल कोरोना के नए वैरिएंट का कोई ऐक्टिव केस मौजूद नहीं है। ऐसे में शायद सख्त पाबंदियां अभी न लगें। हालांकि मास्क लगाने और भीड़भाड़ से बचने की सलाह जरूर दी जा सकती है।