महाराष्ट्र सरकार ने शिवाजी के वाघ नख को भारत लाने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (पीटीआई)। महाराष्ट्र सरकार ने 17वीं शताब्दी के ‘वाघ नख’ को एक प्रदर्शनी के लिए भारत लाने के वास्ते मंगलवार को लंदन के विक्टोरिया एंड अल्बर्ट (वी एंड ए) संग्रहालय के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस हथियार के बारे में माना जाता है कि इसका इस्तेमाल छत्रपति शिवाजी महाराज करते थे।
महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने संग्रहालय में एक बैठक में वी एंड ए के निदेशक डॉ. ट्रिस्ट्राम हंट के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए। हंट ने कहा कि आकर्षक विरासत को देखते हुए उम्मीद है कि पूरे महाराष्ट्र में प्रदर्शन और उसके साथ होने वाले कार्यक्रम वाघ नख के इतिहास और उत्पत्ति के बारे में नई बातें सामने लाएगे।
“ये वास्तव में भारत में एक महत्वपूर्ण अवसर है। छत्रपति शिवाजी को भारत में लगभग भगवान के रूप में माना जाता है, जो कई मायनों में आधुनिक भारत के संस्थापक हैं। वाघ नख उन्होंने (शिवाजी) अपने हाथों में थाम रखा था। इसलिए ये सभी भारतीयों के लिए एक सुखद क्षण है।””हम जश्न मना रहे हैं, हम कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम करने जा रहे हैं। हम अफजल खान पर छत्रपति शिवाजी की जीत को दिखानेे जा रहे हैं और गाने बजाए जाएंगे।
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