नई दिल्ली, 18 सितंबर। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जी20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की और कहा कि इस आयोजन की सफलता ने प्रत्येक भारतीय को गर्व से भर दिया है। संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन बिरला ने सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए जी20 शिखर सम्मेलन की भारत की मेजबानी का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सदन सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए देश को बधाई देता है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस आयोजन की सफलता ने प्रत्येक भारतीय को गर्व से भर दिया है। देश की नेतृत्व क्षमता को वैश्विक स्तर पर नया आयाम मिला है। जी20 को आम जनों का आयोजन बनाने की प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण की मैं सराहना करता हूं।’’ अध्यक्ष ने कहा कि देश के 60 शहरों में जी20 की 200 से अधिक बैठकें हुईं, जो अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा कि 42 प्रतिनिधिमंडलों के साथ जी20 सम्मेलन अपने आकार, भव्यता और प्रभाव में अभूतपूर्व था। उन्होंने कहा कि भारत की जी20 की अध्यक्षता समावेशी, आकांक्षी, कार्योन्मुखी, निर्णायक और जन केंद्रित रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में लिए गए निर्णय परिवर्तनकारी हैं। ये आने वाले दशकों में वैश्विक व्यवस्था को नया रूप देने में सहायक होंगे।’’ बिरला ने कहा कि सम्मेलन में ‘नई दिल्ली घोषणापत्र’ को सर्वसम्मति से अपनाया गया और संवेदनशील मुद्दों पर सभी की सहमति बनी।
उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर स्वीकार किया गया कि भारत के नेतृत्व और सतत प्रयासों के कारण उत्तर-दक्षिण की दूरी पाटने में और विभाजित दुनिया में पूर्व तथा पश्चिम के ध्रुवीकरण को नियंत्रित करने में सफलता मिली है। बिरला ने कहा कि यह भविष्य में भारत के ऊंचे कद, प्रतिष्ठा और नौ वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किये गये कार्यों को दर्शाता है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत को जो वैश्विक सद्भावना प्राप्त हुई है, यह उसका प्रमाण है। इस दौरान विश्व के शीर्ष नेतृत्व को राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सम्मान देते देखना अद्भुत दृश्य था।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में सुधार करने और उनमें बदलाव लाने का पुरजोर प्रयास किया है और जी20 का दृष्टिकोण अर्थ केंद्रित न होकर मानव केंद्रित हो गया है।