एडीआर के ताजा विश्लेषण में खुलासा : राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने 2004-05 से 2020-21 के बीच अज्ञात स्रोतों से बटोरे 15,077 करोड़ रुपये
नई दिल्ली, 26 अगस्त। भारत में मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने वित्त वर्ष 2004-05 से 2020-21 के बीच अज्ञात स्रोतों से 15,077 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि बटोरी। इस राशि में कुल 690.67 करोड़ रुपये तो 2020-21 में ही राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों ने अज्ञात स्रोतों से एकत्र किए। चुनाव सुधार संस्था ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) के नए विश्लेषण से यह तथ्य सामने आया है।
8 राष्ट्रीय और 27 क्षेत्रीय दलों को अज्ञात स्रोतों से प्राप्त धनराशि का विश्लेषण
एडीआर ने आठ राष्ट्रीय और 27 क्षेत्रीय दलों को अज्ञात स्रोतों से मिली धनराशि का विश्लेषण किया है। यह विश्लेषण पार्टियों द्वारा दाखिल आयकर रिटर्न (आईटीआर) और भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के समक्ष चंदे के संबंध में दायर हलफनामे पर आधारित है। आठ राष्ट्रीय दलों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (माकपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) शामिल हैं।
संस्था ने जिन क्षेत्रीय दलों का विश्लेषण किया, उनमें आम आदमी पार्टी (आप), बीजू जनता दल (बीजद), द्रमुक मुनेत्र कषगम (द्रमुक), ऑल इंडिया अन्ना द्रमुक मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक), शिवसेना, तेलुगु देसम पार्टी (तेदपा), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), जनता दल (यूनाइटेड), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख हैं।
2020-21 में 8 राष्ट्रीय दलों ने अज्ञात स्रोतों से 426.74 करोड़ रुपये बटोरे
एडीआर ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2020-21 में आठ राष्ट्रीय दलों ने अज्ञात स्रोतों से 426.74 करोड़ रुपये प्राप्त होने की जानकारी दी है जबकि 27 क्षेत्रीय पार्टियों के मामले में यह धनराशि 263.928 करोड़ रुपये है।’
2020-21 में कांग्रेस को 178.78 करोड़ मिले तो भाजपा ने दिखाया 100.50 करोड़
संस्था के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में कांग्रेस ने अज्ञात स्रोतों से 178.782 करोड़ रुपये हासिल होने का खुलासा किया है, जो राष्ट्रीय दलों को अज्ञात स्रोतों से प्राप्त कुल धनराशि का 41.89 फीसदी है। वहीं भाजपा ने इस दौरान अज्ञात स्रोतों से आय के रूप में 100.502 करोड़ रुपये घोषित किए हैं, जो 23.55 फीसदी है।
संस्था ने बताया कि अज्ञात स्रोतों से सबसे ज्यादा धनराशि हासिल करने वाले पांच शीर्ष क्षेत्रीय दलों में वाईएसआर-कांग्रेस (96.2507 करोड़), द्रमुक (80.02 करोड़), बीजद (67 करोड़), मनसे 5.773 करोड़ रुपये और ‘आप’ (5.4 करोड़) शामिल हैं।
कांग्रेस-राकांपा ने कूपन की बिक्री से कुल 4,261.83 करोड़ का चंदा जुटाया
एडीआर के अनुसार 2020-21 में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों को अज्ञात स्रोतों से हासिल कुल 690.67 करोड़ रुपये में से 47.06 प्रतिशत राशि चुनावी बांड से मिली थी। वित्त वर्ष 2004-05 से 2020-21 के बीच कांग्रेस और राकांपा ने कूपन की बिक्री से कुल 4,261.83 करोड़ रुपये का चंदा जुटाया।
7 राजनीतिक दलों की ऑडिट और चंदा रिपोर्ट में कई विसंगतियां
संस्था के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सात राजनीतिक दलों की ऑडिट और चंदा रिपोर्ट में कई विसंगतियां हैं। इन दलों में टीएमसी, भाकपा, ‘आप’, शिअद, केरल कांग्रेस (एम), ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (एआईएफबी) और अखिल भारतीय संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (एआईयूडीएफ) शामिल हैं।