सोना तस्करी केस : केरल हाई कोर्ट ने सीएम पिनाराई विजयन के खिलाफ ईडी जांच की याचिका खारिज की
कोच्चि, 12 अप्रैल। केरल हाई कोर्ट ने सोना तस्करी के एक केस में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन सहित केरल के कई अन्य ‘हाई-प्रोफाइल’ नेताओं की कथित संलिप्तता की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीमा शुल्क विभाग से कराने का अनुरोध करने वाली याचिका खारिज कर दी है।
केरल हाई कोर्ट के जस्टिस बी. कुरियन थॉमस ने बुधवार को एक गैर सरकारी संगठन हाईरेंज रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी (एचआरडीएस) इंडिया के संस्थापक सचिव अजी कृष्णन की मुख्यमंत्री विजयन की जांच वाली याचिका खारिज कर दी। दरअसल सोना तस्करी केस की सह आरोपित स्वप्ना सुरेश कुछ समय तक इसी गैर सरकारी संगठन में कार्यरत रही थीं।
अदालत को याचिका में स्वीकार करने लायक तथ्य नहीं मिले
वादी पक्ष के वकील के अनुसार कोर्ट ने याचिका इसलिए खारिज कर दी कि उसकी नजर में ऐसे कोई तथ्य नहीं थे, जिनके आधार पर याचिका स्वीकार की जा सकती है। कोर्ट ने याचिका की मेरिट को आधार बनाते हुए उसे खारिज करने का फैसला सुनाया।
स्वप्ना सुरेश की गिरफ्तारी से सामने आया था सोना तस्करी का मामला
दरअसल, यह केस 11 जुलाई, 2020 को उस समय दर्ज किया गया था, जब यूएई वाणिज्य दूतावास की पूर्व कर्मचारी स्वप्ना सुरेश को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक अन्य आरोपित संदीप नायर के साथ बेंगलुरु से हिरासत में लिया था। उससे पूर्व एनआईए, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीमा शुल्क ने पांच जुलाई, 2020 को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर यूएई वाणिज्य दूतावास के राजनयिक सामान से 15 करोड़ रुपये मूल्य के सोने की जब्ती की थी। उसके बाद मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव एम. शिवशंकर और यहां यूएई वाणिज्य दूतावास के एक अन्य पूर्व कर्मचारी सरिथ सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
यूएई वाणिज्य दूतावास की पूर्व कर्मचारी रही है स्वप्ना
इस पूरे मामले में मुख्य आरोपित स्वप्ना सुरेश मूलतः भारत की हैं, लेकिन उनका जन्म यूएई के अबू धाबी में हुआ था। पढ़ाई-लिखाई के बाद सुरेश को एयरपोर्ट में नौकरी मिल गई, जल्द ही शादी हुई, लेकिन कुछ ही समय के बाद तलाक लेकर वह केरल आ गई। स्वप्ना 2013 में एअर इंडिया में नौकरी करने लगीं। इस बीच 2016 में उन पर धोखाधड़ी के एक केस दर्ज हुआ। स्वप्ना फिर अबू धाबी चली गई और वहां पर वह यूएई कांसुलेट में कांसुलेट जनरल की सेक्रेटरी बन गई।
13.5 करोड़ की सोना बरामदगी में स्वप्ना ही थी ‘डील वुमन‘
इस बीच एक दूसरे वसूली के केस में पुलिस जांच कर रही थी तो पूछताछ में ‘डील वुमन’ का नाम सामने आया। जब पुलिस ने उस ‘डील वुमन’ की खोज शुरू की तो लगी कस्टम वालों के हाथ और उसके पास से 13.5 करोड़ रुपये का सोना डिप्लोमेटिक बैगेज से बरामद किया गया। ये ‘डील वुमन’ कोई और नहीं बल्कि स्वप्ना सुरेश निकली।
मामले में जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि केरल सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सेक्रेटरी एम. शिवशंकर ने ‘डील वुमन’ स्वप्ना सुरेश को IT डिपार्टमेंट के तहत नौकरी दिलाई और वह उसके आवास पर भी आते-जाते थे।