![‘तुम तो घपलेबाज…सनम लूट मचाते हो’, जदयू पार्षद नीरज कुमार ने लालू-तेजस्वी के परिवारवाद पर कसा तंज](https://revoi-hindi.s3.ap-south-1.amazonaws.com/wp-content/uploads/2024/03/31210041/%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%B0%E0%A4%9C-%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%B0.jpg)
‘तुम तो घपलेबाज…सनम लूट मचाते हो’, जदयू पार्षद नीरज कुमार ने लालू-तेजस्वी के परिवारवाद पर कसा तंज
पटना, 31 मार्च। ‘तुम तो बड़े घपलेबाज हो… सत्ता में आते हो तो सनम लूट मचाते हो।’ यह कोई फिल्मी गाना नहीं, वरन लोकसभा चुनाव से पहले जदयू नेता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने गुनगुनाया है, जो लगातार लालू परिवार पर तीखे हमले करते हैं।
नीरज कुमार ने एक्स पर एक कविता पोस्ट की है। उस कविता का सार है कि परिवारवाद में फंसा लालू परिवार कैसे अपनों को टिकट बांट रहा है। भाई-बहन सभी चुनाव में खड़े हो रहे हैं। कविता का सार ये है कि ऐसा करने से आने वाले दिनों में जनता तुमसे रूठ सकती है। ऐसा होने पर तुम बेरोजगार हो सकते हो।
नीरज कुमार की पोस्ट में 25 सेकेंड के इस वीडियो को कई लोगों ने पसंद किया है। ध्यान रहे कि नीरज कुमार लगातार परिवारवाद और वंशवाद पर हमला करते रहे हैं। नीरज कुमार हमेशा सरोकार की राजनीति को समर्थन करते रहे हैं। इससे पूर्व भी उन्होंने जब भी कोई कटाक्ष किया तो वह भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर ही कटाक्ष था।
तुम तो बड़े घपलेबाज हो
सत्ता में आते हो तो सनम लूट मचाते हो
मां-बाप की पार्टी पर खूब इतराते हो
बार-बार तुम जो बबुआ ऐसा करोगे
भाई-बहन, माई-बाप को टिकट बाटोगे
जनता रूठ जाएगी तो बेरोजगार घूमोगे
,@RJDforIndia @RJD_BiharState pic.twitter.com/BsiJh2yGse— Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) March 31, 2024
मीसा भारती और रोहिणी आचार्य को टिकट
गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती पाटलिपुत्र सीट से आरजेडी की उम्मीदवार होंगी। लालू यादव बड़ी बेटी को पूर्व में राज्यसभा भी भेज चुके हैं। उसके बाद लगातार दूसरी बार चुनाव मैदान में उतार रहे हैं। पाटलिपुत्र सीट से भाजपा के रामकृपाल यादव उम्मीदवार हैं, जो पहले भी मीसा को चुनावों में मात दे चुके हैं।
लालू को किडनी दान करने वाली उनकी बेटी रोहिणी आचार्य भी सारण सीट से पार्टी की उम्मीदवार हैं। सारण सीट पर आरजेडी के उम्मीदवार का मुकाबला भाजपा के वरिष्ठ नेता और मौजूदा सांसद राजीव प्रताप रूडी से होगा। कुल मिलाकर टिकट बंटवारे में परिवारवाद चला है। उसके बाद नीरज कुमार की ओर से ये कविता सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।