तिरुपति प्रसादम विवाद : जगन मोहन रेड्डी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कहा – ‘चंद्रबाबू आदतन झूठे व्यक्ति, सामने लाया जाए सच’
अमरावती, 22 सितम्बर। तिरुपति स्थित भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसादम (लड्डू) को लेकर जारी विवाद के बीच YSRCP के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य के मौजूदा सीएम व TDP अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू को आदतन झूठा करार दिया है और उनके खिलाफ कड़ी काररवाई की मांग की है।
जगनमोहन ने पीएम को संबोधित करते हुए पत्र में कहा, ‘(मुख्यमंत्री) चंद्रबाबू नायडू एक आदतन झूठ बोलने वाले ऐसे व्यक्ति हैं, जो इतने नीचे गिर गए हैं कि उन्होंने पूरी तरह से राजनीतिक उद्देश्यों के लिए करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई है। इस महत्वपूर्ण मोड़ पर पूरा देश आपकी ओर देख रहा है। नायडू को झूठ फैलाने के उनके कृत्य के लिए कड़ी फटकार लगाई जाए और सच्चाई सामने लाई जाए। इससे नायडू द्वारा करोड़ों हिन्दू श्रद्धालुओं के मन में पैदा किया गया शक दूर हो जाएगा और तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की पारदर्शिता में विश्वास बहाल होगा।’
जगनमोहन ने कहा, ‘मुख्यमंत्री नायडू टीटीडी की पवित्रता, अखंडता और प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। यह ध्यान रखना जरूरी है कि कथित मिलावटी घी को अस्वीकार कर दिया गया था और टीटीडी के परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई थी। हालांकि, नायडू ने गलत इरादे से 18 सितम्बर को एक राजनीतिक दल की बैठक में इस मुद्दे को उठाया।’
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले एनडीए की विधायक दल की बैठक में तेदेपा प्रमुख नायडू ने दावा किया था कि पिछली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार ने श्री वेंकटेश्वर मंदिर को भी नहीं बख्शा और लड्डू बनाने के लिए कम गुणवत्ता वाली सामग्री और जानवरों की चर्बी के वसा इस्तेमाल किया।
इसके दो दिन बाद 20 सितम्बर को टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे. श्यामला राव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने कहा कि नमूनों के लैब परीक्षण में जानवरों के वसा और चरबी की मौजूदगी का पता चलता है और बोर्ड मिलावटी घी की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार को काली सूची में डालने की प्रक्रिया में है।