
नई दिल्ली, 13 जून। अहमदाबाद में गुरुवार को हुए एअर इंडिया विमान हादसे के बाद भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने बोइंग के सभी ड्रीमलाइनर विमानों की बेड़े पर सुरक्षा जांच को सख्त कर दिया है। इस क्रम में डीजीसीए ने एअर इंडिया को आदेश दिया है कि वह 15 जून 2025 की मध्यरात्रि (00:00 बजे) से भारत से उड़ान भरने से पहले एक बार की विशेष जांच प्रक्रिया को अनिवार्य रूप से लागू करे।
उड़ान से पहले कई अहम तकनीकी जांचों का एअर इंडिया को निर्देश
DGCA ने उड़ान से पहले कई अहम तकनीकी जांचों का निर्देश दिया है, जिसमें फ्यूल पैरामीटर मॉनिटरिंग, कैबिन एयर कंप्रेसर सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक इंजन कंट्रोल टेस्ट, इंजन फ्यूल एक्टुएटर ऑपरेशन, ऑयल सिस्टम और हाइड्रोलिक सिस्टम की सेवा जांच शामिल है। इसके साथ ही टेकऑफ से पहले के पैरामीटर्स की समुचित समीक्षा करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
‘फ्लाइट कंट्रोल इंस्पेक्शन’ को भी ट्रांजिट निरीक्षण में जोड़ने का आदेश
DGCA ने इसके अलावा यह भी आदेश दिया है कि ‘फ्लाइट कंट्रोल इंस्पेक्शन’ को ट्रांजिट निरीक्षण में जोड़ा जाए और यह प्रक्रिया अगले आदेश तक जारी रखी जाए। साथ ही दो सप्ताह के भीतर पावर एश्योरेंस चेक्स कराना भी अनिवार्य किया गया है। साथ ही पिछले 15 दिनों में बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों में सामने आए रिपिटिटिव तकनीकी खराबियों (snags) की समीक्षा करने और उनसे जुड़े सभी मेंटेनेंस कार्यों को जल्द से जल्द निबटाने के आदेश भी दिए गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार DGCA का यह कदम एअर इंडिया की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया गया है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और यात्रियों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
गौरतलब है कि अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर हुआ प्लेन क्रैश बोइंग कम्पनी के 787 ड्रीमलाइनर विमान से जुड़ी सबसे भयावह दुर्घटनाओं में से एक है। अमेरिकी विमान निर्माता बोइंग का यह सबसे आधुनिक वाइडबॉडी एयरलाइनर है। एअर इंडिया का यह विमान सिर्फ 12 साल पुराना था और दुर्घटना से कुछ घंटे पहले ही दिल्ली से यात्रियों को लेकर अहमदाबाद पहुंचा था। इसमें क्रू मेंबर्स सहित 242 लोग सवार थे और हादसे में सिर्फ एक यात्री की जान बच सकी।
अहमदाबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रनवे नंबर 23 से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद एअर इंडिया का लंदन जा रहा AI171 विमान तेजी से नीचे की ओर गिरने लगा और एक रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विशाल आग के गोले में तब्दील हो गया। इस हादसे में 265 लोगों की मौत हो गई। इनमें उस इमारत में मौजूद बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल के छात्र सहित अन्य लोग भी शामिल हैं, जिससे ये विमान टकराया।