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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का चीन को स्पष्ट संदेश – एलएसी के सभी मुद्दों को द्विपक्षीय समझौतों के तहत हल किया जाए

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का चीन को स्पष्ट संदेश – एलएसी के सभी मुद्दों को द्विपक्षीय समझौतों के तहत हल किया जाए

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नई दिल्ली, 27 अप्रैल। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू से कहा कि भारत-चीन संबंधों का विकास सीमा पर अमन-चैन की स्थिति पर आधारित है और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सभी मुद्दों का समाधान मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों के अनुरूप निकाला जाना चाहिए।

राजनाथ ने पूर्वी लद्दाख में तीन वर्षों से जारी सीमा विवाद के बीच शांगफू के साथ द्विपक्षीय बैठक में यह बात कही, जो शुक्रवार को भारत की मेजबानी में यहां आयोजित हो रहे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए गुरुवार को ही दिल्ली आए।

एससीओ बैठक से इतर दोनों देशों के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक के बाद रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों मंत्रियों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के घटनाक्रम और द्विपक्षीय संबंधों के बारे में खुलकर बातचीत की। रक्षा मंत्री सिंह ने स्पष्ट संदेश दिया कि भारत और चीन के बीच संबंधों का विकास सीमाओं पर अमन-चैन की स्थिति पर आधारित है। उन्होंने कहा कि एलएसी पर सभी मुद्दों का समाधान मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रतिबद्धताओं के अनुरूप करने की जरूरत है।

मौजूदा समझौतों के उल्लंघन से द्विपक्षीय संबंधों की संपूर्ण बुनियाद को नुकसान पहुंचा

मंत्रालय के अनुसार राजनाथ सिंह ने दोहराया कि मौजूदा समझौतों के उल्लंघन से द्विपक्षीय संबंधों की संपूर्ण बुनियाद को नुकसान पहुंचा है। तीन साल पहले पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध उत्पन्न होने के बाद यह चीन के किसी रक्षा मंत्री की पहली भारत यात्रा है। दोनों रक्षा मंत्रियों के बीच वार्ता से कुछ दिन पहले भारत और चीन की सेनाओं ने सीमा विवाद को खत्म करने के उद्देश्य से 18वें दौर की सैन्य वार्ता की थी।

गत 23 अप्रैल को हुई कोर कमांडर स्तर की वार्ता में दोनों पक्ष संपर्क बनाये रखने और पूर्वी लद्दाख में शेष मुद्दों पर जल्द से जल्द पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान निकालने पर सहमत हुए थे। हालांकि, विवाद खत्म करने के लिए आगे बढ़ने का कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिला था।

भारत का कहना है कि जब तक सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति नहीं होगी, तब तक चीन के साथ उसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते। गोवा में एससीओ सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीनी विदेश मंत्री छिन कांग भी अगले सप्ताह भारत आने वाले हैं। बैठक चार और पांच मई को होनी है।

कजाखस्तान, तजिकिस्तान व ईरान के रक्षा मंत्रियों संग भी द्विपक्षीय बैठक

इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीनी समकक्ष के अलावा कजाखस्तान के रक्षा मंत्री कर्नल जनरल रुसलान झाक्सिल्यकोव, तजिकिस्तान के रक्षा मंत्री कर्नल जनरल शेराली मिर्जो और ईरान के रक्षा मंत्री व सशस्त्र बल ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रजा घरेई अश्तियानी के साथ भी के साथ भी अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें कीं। बैठक सौहार्दपूर्ण और गर्मजोशी भरे माहौल में हुई।

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