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अफगानी विदेशी मंत्री मुत्तकी के दौरे पर दारुल उलूम की सफाई – ‘देवबंद में महिला पत्रकारों को नहीं रोका गया’

अफगानी विदेशी मंत्री मुत्तकी के दौरे पर दारुल उलूम की सफाई – ‘देवबंद में महिला पत्रकारों को नहीं रोका गया’

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सहारनपुर, 11 अक्टूबर। दारुल उलूम देवबंद ने शनिवार को कहा कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी के दौरे के दौरान महिला पत्रकारों को कार्यक्रम की कवरेज से रोकने का कोई निर्देश कभी जारी नहीं किया गया था।

देवबंद के जनसम्पर्क अधिकारी और मुत्तकी के शनिवार के कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी अशरफ उस्मानी ने बताया कि अफगान विदेश मंत्री के कार्यालय की ओर से इस बात पर कोई प्रतिबंध नहीं था कि कौन कार्यक्रम में शामिल हो सकता है। उन्होंने महिला पत्रकारों को दूर रखने के दावों को निराधार बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया।

दरअसल, अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी सात दिवसीय भारत दौरे पर हैं। मुत्तकी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें महिला पत्रकारों की एंट्री बैन थी। विपक्ष ने इसे अस्वीकार्य और महिलाओं का अपमान करार दिया था।

 

मुत्तकी ने मौलाना अरशद मदनी से की मुलाकात

इस्लामिक मदरसे का ये बयान अफगानी विदेश मंत्री मुत्तकी के उस सार्वजनिक कार्यक्रम को लेकर आया है, जो शनिवार को सहारनपुर स्थित दारुल उलूम देवबंद की उनकी यात्रा के दौरान होना था। हालांकि यह कार्यक्रम अत्यधिक भीड़ और सुरक्षा कारणों के चलते अंतिम समय में रद कर दिया गया। फिलहाल, अमीर खान मुत्तकी ने दारुल उलूम देवबंद में जमीयत उलमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी से मुलाकात की और अन्यान्य विषयों पर चर्चा की।

 

देवबंद के जनसम्पर्क अधिकारी और मुत्तकी के शनिवार के कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी अशरफ उस्मानी ने कहा कि महिला पत्रकारों की उपस्थिति को लेकर कहीं से कोई निर्देश नहीं थे, लेकिन कार्यक्रम आखिरी समय में रद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के मंत्री के कार्यक्रम में कुछ महिला पत्रकारों की मौजूदगी ही उन खबरों को गलत साबित करने के लिए काफी है, जिनमें दावा किया गया था कि महिला पत्रकारों को कार्यक्रम से दूर रखा गया।

उल्लेखनीय है कि अफगान नेता द्वारा शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों की अनुपस्थिति ने विवाद को जन्म दे दिया है। यह विवाद इसलिए और संवेदनशील हो गया कि पिछले कुछ वर्षों में अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान को महिलाओं के अधिकारों से वंचित करने के लिए लगातार आलोचना झेलनी पड़ी है।

अत्यधिक भीड़ के चलते मुत्तकी का भाषण नहीं हो सका

उस्मानी ने कहा कि इस कार्यक्रम में उम्मीद से ज्यादा लोग पहुंच गए थे, इसी वजह से अफगानिस्तान के मंत्री का भाषण नहीं हो सका क्योंकि स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सार्वजनिक कार्यक्रम को रद कर दिया था। दारुल उलूम देवबंद के नाजिम (विभागाध्यक्ष के समकक्ष) उस्मानी ने आगे कहा कि महिला पत्रकारों को अनुमति न दिए जाने से लेकर उन्हें अलग बैठाने तक कई तरह की बातें चल रही थीं, लेकिन ये सब दावे निराधार हैं कि यहां के कार्यक्रम में महिला पत्रकारों की भागीदारी पर रोक था।

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