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चक्रवाती तूफान ‘दितवाह’ का प्रचंड वेग – तमिलनाडु के तटीय जिलों में भारी बारिश के बीच 3 की मौत

चक्रवाती तूफान ‘दितवाह’ का प्रचंड वेग – तमिलनाडु के तटीय जिलों में भारी बारिश के बीच 3 की मौत

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चेन्नई, 30 नवम्बर। श्रीलंका में भारी तबाही मचाने के बाद भारत में प्रवेश कर चुके चक्रवाती तूफान ‘दितवाह’ के प्रचंड वेग से तमिलनाडु के कई तटीय जिलों में भारी बारिश जारी है जबकि वर्षा से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य सरकार ने रविवार को यह जानकारी दी।

रामेश्वरम और नागपट्टिनम में जनजीवन प्रभावित

मौसम कार्यालय ने कहा कि अगले 24 घंटों में चक्रवात के राज्य के उत्तरी हिस्सों के तटों और पड़ोसी पुडुचेरी के समानांतर बढ़ने की संभावना है। तमिलनाडु के कावेरी डेल्टा जिलों में भारी बारिश के कारण रामनाथपुरम और नागपट्टिनम जिलों में भारी बारिश हुई है। तटीय शहरों रामेश्वरम और नागपट्टिनम में जनजीवन प्रभावित रहा क्योंकि भारी बारिश के कारण कई निचले इलाके जलमग्न हो गए।

क्षेत्रीय मौसम विभाग के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, चक्रवात 7 किमी प्रति घंटे की गति से लगभग उत्तर की ओर बढ़ गया है और यह कुड्डालोर से लगभग 100 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व, कराईकल से 100 किमी उत्तरपूर्व, पुडुचेरी से 110 किमी दक्षिणपूर्व, वेदारण्यम से 140 किमी उत्तरपूर्व, पुडुचेरी से 160 किमी दक्षिणपूर्व और चेन्नई से 180 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है। रविवार दोपहर जारी बुलेटिन में कहा गया है कि उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों से चक्रवात के केंद्र की न्यूनतम दूरी लगभग 70 किमी है।

बुलेटिन में कहा गया है, ‘अगले 24 घंटों के दौरान इसके उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों के समानांतर उत्तर की ओर बढ़ने की प्रबल संभावना है। उत्तर की ओर बढ़ते हुए, चक्रवाती तूफान 30 नवम्बर तक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर न्यूनतम 60 किमी और तमिलनाडु-पुडुचेरी तटरेखा से 30 किमी की दूरी पर केंद्रित होगा।’

राज्य के इन जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना

चक्रवात के प्रभाव के कारण, अगले 24 घंटों में कुड्डालोर, नागापट्टिनम, मयिलादुथुराई, विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू, पुदुक्कोट्टई, तंजावुर, तिरुवरूर, अरियालुर, पेरम्बलुर, तिरुचिरापल्ली, चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और रानीपेट जिलों तथा पुडुचेरी और कराईकल में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। उत्तरी तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी में 60-70 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है, जो बढ़कर 80 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं।

सोमवार से मौसम में सुधार की उम्मीद

बुलेटिन में कहा गया है कि समुद्र का मौसम खराब रहने की आशंका है और एक दिसम्बर की सुबह तक इसमें धीरे-धीरे सुधार होने की उम्मीद है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। राज्य के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री के. के. एस. एस. आर. रामचंद्रन ने बताया कि राज्य सरकार ने राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) सहित 38 आपदा प्रतिक्रिया टीम को मुस्तैद रखा है। अन्य राज्यों की 10 और टीम शनिवार शाम राहत एवं पुनर्वास कार्य में जुट गईं।

149 मवेशियों की मौत, 57000 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित

उन्होंने रविवार को राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि चक्रवात ‘दितवाह’ के कारण हुई बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई है। डेल्टा जिलों में 149 मवेशियों की मौत हो गई और 57,000 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है। कल शाम से बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की जान जा चुकी है। तूतीकोरिन और तंजावुर में दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि मयिलादुथुराई में करंट लगने से 20 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई।

श्रीलंका में करीब 200 लोगों की जान ले चुका है तूफान, 200 से ज्यादा लापता

इस बीच भारत के समुद्री क्षेत्र में दस्तक देने से पहले तूफान ‘दितवाह’ की वजह से आई भयानक बाढ़, लैंडस्लाइड और तबाही के बाद श्रीलंका ने रविवार को भी भारत की मदद से राहत और बचाव का काम जारी रखा। तूफान से श्रीलंका में करीब 200 लोग मारे गए हैं। श्रीलंका के डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर (DMC) द्वारा रविवार दोपहर 12 बजे जारी किए गए नए आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार से अब तक 193 लोग मारे गए हैं और 228 लापता हैं।

श्रीलंकाई अधिकारियों की मदद कर रहीं वायुसेना व NDRF की टीमें

डीएमसी ने कहा कि खराब मौसम की वजह से 2,66,114 परिवारों के कुल 9,68,304 लोग प्रभावित हुए हैं। इस बीच, भारत की नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) के लोग, भारतीय वायु सेना के साथ मिलकर, युद्ध स्तर पर कीमती जानें बचाने के लिए श्रीलंकाई अधिकारियों की मदद कर रहे हैं।

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