कोरोना से लड़ाई : बच्चों को भी जल्द लग सकेगी कोवैक्सीन, 2-18 वर्ष आयु वर्ग के लिए टीकाकरण को मंजूरी
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर। कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर आने की आशंकाओं के बीच बच्चों के लिए मंगलवार को राहत प्रदान करने वाली खबर मिली, जब पूर्ण स्वदेशी कोरोनारोधी टीका कोवैक्सीन का उत्पादन करने वाली हैदराबादी कम्पनी भारत बायोटेक को इस आशय की अनुमति प्रदान कर दी गई कि उसका टीका दो से 18 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को लगाया जा सकता है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के सहयोग से भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन का बच्चों पर क्लीनिकल ट्रायल्स लगभग 78 प्रतिशत असरदार साबित हुआ था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार की तरफ से इसे लेकर जल्द गाइडलाइंस जारी की जाएंगी। उसके बाद ही बच्चों को टीका लगना शुरू होगा। बच्चों को भी बड़ों की तरह कोवैक्सीन की दो टीके लगेंगे। अब तक हुए ट्रायल में टीके से बच्चों को किसी तरह के नुकसान की बात सामने नहीं आई है।
अस्थमा आदि रोगों से पीड़ित बच्चों को टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाएगी
सूत्रों के मुताबिक, उन बच्चों को पहले वैक्सीन लगाई जा सकती है, जिनको अस्थमा आदि की दिक्कत है। सरकारी जगहों पर यह वैक्सीन मुफ्त लगाई जाएगी। आईसीएमआर ऐसे संकेत पहले ही दे चुका है। ज्ञातव्य है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार आशंकित तीसरी लहर का ज्यादा असर बच्चों पर ही पड़ने वाला है। इस लिहाज से देखें तो बच्चों का टीकाकरण काफी फायदेमंद साबित होगा।