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कांग्रेस ने साधा निशाना – ‘पीएम का कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा के सामने जाना एक ढकोसला, वह घड़ियाली आंसू बहा रहे’

कांग्रेस ने साधा निशाना – ‘पीएम का कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा के सामने जाना एक ढकोसला, वह घड़ियाली आंसू बहा रहे’

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पटना, 24 अक्टूबर। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि शुक्रवार को बिहार के चुनावी दौरे पर उनका (पीएम मोदी) समस्तीपुर में पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि देना व उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करना सिर्फ एक ढकोसला है और वह घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।

भाजपा व आरएसएस के लोगों ने ही कर्पूरी की बहुमत सरकार गिरा दी थी

बिहार कांग्रेस के सचिव प्रभारी सुशील पासी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब बिहार में कर्पूरी ठाकुर की सरकार थी और उन्होंने पिछड़ी जाति के लोगों के लिए 26 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की तो इन्हीं भाजपा और आरएसएस के लोगों को यह बात हजम नहीं हुई और उन्होंने बहुमत से चल रही सरकार को गिरा दिया। आज ये लोग सिर्फ ड्रामा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।

सुशील पासी ने कहा कि आज इस देश में ऐसा संकट आया है की राजनीति ड्रामा और नौटंकी से चल रही है। भाजपा, आरएसएस और जनसंघ के लोग आरक्षण विरोधी है और नहीं चाहते कि देश में व्यवस्था परिवर्तन हो। आज कर्पूरी जी के घर जाकर पीएम मोदी ने उनके विचारों का हनन किया है। पीएम मोदी का उनके प्रतिमा के सामने जाना एक ढकोसला है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा सामाजिक न्याय का विरोध किया है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि 1978 में उन्होंने कर्पूरी ठाकुर की सरकार गिरा दी और 1989 में वीपी सिंह की सरकार गिरा दी। यह दिखाता है कि भाजपा और आरएसएस की विचारधारा देश में समतापूरक समाज के खिलाफ है। ये लोग तो बाबासाहेब अंबेडकर को भी संसद में अपमानित करते हैं। ये लोग महिला आरक्षण लेकर आते हैं तो दलित और पिछड़ा महिलाओं को उसमें आरक्षण के हिस्सेदारी नहीं दी गई।

बिहार में फिर से नेहरू मॉडल लागू होगा

सुशील पासी ने कहा कि ये लोग जातीय जनगणना का लगातार विरोध करते रहे। लेकिन जब राहुल गांधी ने देश की सड़कों से लेकर संसद तक संघर्ष किया। तब उन लोगों ने बिहार के चुनाव को देखकर, नाटक करने के लिए जातीय जनगणना करने का एलान किया।

उन्होंने कहा, ‘बिहार का चुनाव देश का चुनाव है। यह पार्टी का चुनाव नहीं बल्कि बिहार के मतदाताओं का चुनाव है। हम भूमिहीनों को 3-5 डिसमिल जमीन देंगे। जो नौकरी के पद खाली है, उन्हें नौकरी देंगे। वहीं, जो सरकारी संस्थान बंद पड़े हैं, उन्हें हम चालू करने का काम करेंगे। फिर से नेहरू मॉडल बिहार में लागू हो, इसके लिए विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. ने कमर कस ली है।

पीएम मोदी और अमित शाह सिर्फ षड्यंत्र करते

सुशील पासी ने यह भी कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह सिर्फ षड्यंत्र करते हैं। षड्यंत्र के अलावा उन्हें बिहार में कुछ देने नहीं आता है। वे तो केंद्र सरकार में हैं, उनके पास तो खजाना है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कई सालों से हो रही है। वे चाहे तो दे सकते हैं, लेकिन डबल इंजन की सरकार बिहार के लोगों का हित कभी नहीं चाहती है। बिहार को नफरत की आग में झोंकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी बार-बार बिहार आते हैं। उनका किसी भी तरह का ड्रामा यहां पर नहीं चलेगा। यह बिहार की धरती है और यहां लोकतंत्र और आरक्षण को बचाने के लिए बिहार के लोग उठ खड़े होते हैं।

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