मोदी कैबिनेट की पहली बैठक में बड़ा फैसला : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनेंगे 3 करोड़ नए घर
नई दिल्ली, 10 जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ग्रहण के एक दिन बाद ही पहली कैबिनेट बैठक में सोमवार को बड़ा फैसला लिया। कैबिनेट ने अपने पहले फैसले में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत तीन करोड़ घर बनाने की योजना को मंजूरी दी है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लिया गया कि पात्र परिवारों की संख्या में बढ़ोतरी से पैदा हुई आवास की जरूरतों को पूरा करने के लिए तीन करोड़ अतिरिक्त ग्रामीण और शहरी परिवारों को मकान के निर्माण के लिए सहायता प्रदान की जाएगी।
PMAY के तहत निर्मित घरों में दी जाती हैं ढेर सारी बुनियादें सुविधाएं
पीएमएवाई के तहत निर्मित सभी घरों में केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की अन्य योजनाओं को मिलाते हुए घरेलू शौचालय, एलपीजी कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, सक्रिय घरेलू नल कनेक्शन आदि अन्य बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
पिछले 10 वर्षों के दौरान इस योजना के तहत बन चुके हैं 4.21 करोड़ मकान
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार वर्ष 2015-16 से प्रधानमंत्री आवास योजना को लागू कर रही है, जिसका उद्देश्य पात्र ग्रामीण और शहरी परिवारों को बुनियादी सुविधाओं से युक्त मकान बनाने में सहायता प्रदान करना है। पीएमएवाई के तहत आवासीय योजनाओं के अंतर्गत पिछले 10 वर्षों के दौरान पात्र गरीब परिवारों के लिए कुल 4.21 करोड़ मकान बनकर तैयार हो चुके हैं।
कार्यभार संभालने के बाद बोले पीएम मोदी – पूरे देश को इस टीम पर भरोसा
इसके पूर्व दिन में पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का कार्यभार संभाल लिया। कार्यभार संभालने के साथ उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि शुरू से ही पीएमओ ने सेवा का अधिष्ठान और जनता का पीएमओ बनाने का प्रयास किया है।
‘सरकार का मतलब है शक्ति, समर्पण और संकल्प की नई ऊर्जा‘
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमने पीएमओ को एक उत्प्रेरक एजेंट के रूप में विकसित करने का प्रयास किया है, जो नई ऊर्जा और प्रेरणा का स्रोत बने। सरकार का मतलब है शक्ति, समर्पण और संकल्प की नई ऊर्जा।’ उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पीएमओ समर्पण के साथ लोगों की सेवा करने के लिए तैयार है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि अकेले मोदी ही सरकार नहीं चलाते, बल्कि हजारों लोग एक साथ मिलकर जिम्मेदारी उठाते हैं और परिणामस्वरूप, नागरिक ही इसकी क्षमताओं की भव्यता के साक्षी बनते हैं।
पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी टीम में शामिल लोगों के पास समय की कोई बाध्यता नहीं है, सोचने की कोई सीमा नहीं है और न ही प्रयास करने के लिए कोई निर्धारित मानदंड हैं। पूरे देश को इस टीम पर भरोसा है।
विकसित भारत की यात्रा में शामिल होने का किया आह्वान
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर अपनी टीम का हिस्सा रहे लोगों को धन्यवाद दिया और उन लोगों का भी आह्वान किया, जो अगले पांच वर्षों के लिए विकसित भारत की यात्रा में शामिल होना चाहते हैं और राष्ट्र निर्माण के लिए खुद को समर्पित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “हम सब मिलकर विकसित भारत 2047 के इरादे के साथ ‘राष्ट्र प्रथम’ के लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। हमारा हर पल राष्ट्र का है।”
‘दृढ़ संकल्प के साथ कड़ी मेहनत करने पर सफलता मिलती है‘
पीएम मोदी ने बताया कि इच्छा और स्थायित्व का जोड़ दृढ़ संकल्प बनाता है जबकि दृढ़ संकल्प के साथ कड़ी मेहनत करने पर सफलता मिलती है। उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी की इच्छा स्थायी है, तो वह संकल्प का रूप ले लेती है, जबकि लगातार बदलती इच्छा केवल एक लहर है।
प्रधानमंत्री ने देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की इच्छा व्यक्त की और अपनी टीम को भविष्य में पिछले 10 वर्षों के काम से बेहतर प्रदर्शन करते हुए वैश्विक मानदंड से आगे निकल जाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, ‘हमें देश को उन ऊंचाइयों पर ले जाना चाहिए, जिसे किसी अन्य देश ने कभी हासिल नहीं किया है।’
‘सफलता के लिए स्पष्ट विचार, दृढ़ विश्वास व काम करने की ललक जरूरी‘
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सफलता के लिए विचारों की स्पष्टता, दृढ़ विश्वास और काम करने की ललक जरूरी हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर हमारे पास ये तीन चीजें हैं, तो मुझे नहीं लगता कि सफलता नहीं मिलेगी।’ उन्होंने कहा कि भारत सरकार के कर्मचारी सरकार की उपलब्धियों में बड़ी हिस्सेदारी के हकदार हैं। उन्होंने कहा, ‘इन चुनावों ने सरकारी कर्मचारियों के प्रयासों पर मुहर लगाई है।’
‘सफल व्यक्ति वह होता है, जो अपने भीतर के छात्र को जीवित रखता है‘
पीएम मोदी अपनी टीम को नए विचार विकसित करने और काम के पैमाने को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने संबोधन का समापन अपने ऊर्जावान बने रहने की वजह पर प्रकाश डालते हुए किया और कहा कि एक सफल व्यक्ति वह होता है, जो अपने भीतर के छात्र को जीवित रखता है।