बीसीसीआई का फैसला : ऋद्धिमान साहा से चैट विवाद में खेल पत्रकार बोरिया मजूमदार दो वर्षों के लिए प्रतिबंधित
नई दिल्ली, 4 मई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने क्रिकेटर ऋद्धिमान साहा को कुछ माह पूर्व कथित तौर पर ‘धमकी भरे मैसेज’ भेजे जाने के प्रकरण में देश के जाने माने खेल पत्रकार बोरिया मजूमदार पर दो वर्षों का प्रतिबंध लगा दिया है।
गौरतलब है कि साहा ने एक चैट का स्क्रीनशॉट शेयर कर दावा किया था कि इंटरव्यू देने के लिए एक बड़े पत्रकार ने उन्हें धमकी दी है। साहा ने तब पत्रकार के नाम का खुलासा नहीं किया था। हालांकि बोरिया मजूमदार के नाम की अटकलें सोशल मीडिया पर लगने लगी थीं। साथ ही उनपर प्रतिबंध लगाए जाने की भी सुनगुनी होने लगी थी।
साहा के खुलासे के बाद बोरिया मजूमदार खुद सामने आए और वीडियो जारी कर पूरे विवाद पर अपना पक्ष रखा था। उन्होंने कहा था कि शेयर किया गया स्क्रीनशॉट उनके साथ चैटिंग का है। साथ ही उन्होंने दावा किया था कि शेयर किए गए स्क्रीनशॉट में छेड़छाड़ की गई है और जान बूझकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश हो रही है।
बीसीसीआई ने जांच के लिए बनाई थी समिति
साहा की ओर से किए गए दावों और फिर बोरिया मजूमदार की ओर से आई सफाई के बाद विवाद की जांच के लिए बीसीसीआई की ओर से तीन सदस्यीय समिति बनाई गई थी। जांच समिति की रिपोर्ट के बाद मजूमदार पर प्रतिबंध का यह फैसला सामने आया है।
प्रतिबंध के दौरान बीसीसीआई से जुड़े स्टेडियमों में दाखिल नहीं हो सकेंगे
बहरहाल, बोरिया मजूमदार पर बैन के बाद अब वह बीसीसीआई से जुड़े स्टेडियम में दाखिल नहीं हो सकेंगे। उन्हें भारत में होने वाले घरेलू या अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए मीडिया मान्यता भी बीसीसीआई की ओर से नहीं दी जाएगी और खिलाड़ियों को भी उनके साथ नहीं जुड़ने के लिए कहा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि साहा की ओर से ट्वीट के बाद भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री, पूर्व क्रिकेटर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग से लेकर हरभजन सिंह और आकाश चोपड़ा तक ने भारतीय विकेटकीपर को अपना समर्थन दिया था। फिलहाल 37 वर्षीय साहा आईपीएल-2022 में हार्दिक पांड्या की गुजरात टाइटंस (जीटी) के साथ खेल रहे हैं। साहा ने अपने करिअर में टीम इंडिया के लिए 40 टेस्ट और नौ अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय मैच खेले हैं।