अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग, अमेरिकी संसद में आया प्रस्ताव…चीन को लग सकती है मिर्ची
नई दिल्ली, 17 फरवरी। अमेरिकी आसमान में चीन के ‘जासूसी गुब्बारा’ दिखने के बाद से ही अमेरिका ने आक्रामक रुख अपनाया हुआ है। वहीं अमेरिका ने अब एक ऐसा कदम उठाया है जिससे चीन की तिलमिलाहट बढ़ सकती है। दरअसल अमेरिका की संसद (Senate) में एक बिल लाया गया है, अगर यह पास हो जाता है तो भारत के लिए यह बेहद फायदेमंद साबित होगा। अमेरिका के सांसद अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग घोषित करने के लिए अमेरिकी संसद में बिल लेकर आए हैं।
ओरेगन के सीनेटर जेफ मर्कले ने एजेंसी को बताया कि वे अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग मानते हैं, इसलिए वे इस पर अमेरिकी संसद में बिल लाए हैं। इस बिल पर सीनेटर मर्कले का साथ सीनेटर बिल हेगर्टी ने दिया है। सीनेट हेगर्टी ने कहा कि चीन भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है, ऐसे में अमेरिका अपने रणनीतिक साझेदारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि इस बिल को लाने का मकसद यह है कि आधिकारिक तौर पर अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न हिस्सा मानने लगे।
उन्होंने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन की बढ़ती आक्रामकता की भी निंदा की। भारत-चीन के बीच 3,500 किलोमीटर की एक लंबी सीमा है। अरुणाचल और सिक्किम वाला पूर्वी हिस्सा कहलाता है, वहीं उत्तराखंड और हिमाचल वाले हिस्से को मध्य भाग कहा जाता है। वहीं लद्दाख वाले इलाके से जुड़ी सीमाओं को पश्चिमी भाग का हिस्सा माना जाता है। इस लंबी सीमा पर कई ऐसे इलाके हैं जहां पर चीन और भारत के बीच में जबरदस्त तकरार है। अरुणाचल प्रदेश को लेकर भी चीन के दावे बड़े हैं। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत मानता है।