
राजा रघुवंशी हत्याकांड : चारों आरोपितों ने स्वीकार किया जुर्म, सोनम के सामने ही हुई थी पति का हत्या
इंदौर, 10 जून। राजा रघुवंशी हत्याकांड के चारों आरोपितों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्होंने सोनम रघुवंशी के सामने ही उसके पति राजा रघुवंशी की हत्या की और हत्या के बाद शव एक गहरी खाई में फेंक दिया था। इंदौर क्राइम ब्रांच ने आरोपितों के इस कबूलनामे की पुष्टि की, जिसमें राजा की पत्नी सोनम मुख्य आरोपित और साजिशकर्ता बताई जा रही है।
विशाल उर्फ विक्की ठाकुर ने राजा पर किया था पहला वार
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, सबसे पहला वार विशाल उर्फ विक्की ठाकुर ने राजा पर किया था। रोक-टोक के दौरान आरोपितों ने बताया कि वे इंदौर से ट्रेन के जरिये पहले गुवाहाटी गए और वहां से शिलांग पहुंचे। इंदौर से सीधी ट्रेन न होने के कारण उन्हें कई ट्रेनें बदलनी पड़ीं ताकि वे मेघालय पहुंच सकें।
राज कुशवाहा इंदौर से कर रहा था गाइड
राज कुशवाह इस पूरे समय इंदौर में ही था, लेकिन उसने विशाल, आकाश और आनंद नाम के तीन आरोपितों को मेघालय में खर्च के लिए लगभग 40-50 हजार रुपये दिए थे। हत्याकांड के समय सोनम रघुवंशी भी वहां मौजूद थी। आरोपितों ने कहा कि सोनम अपने पति राजा को मरते हुए देख रही थी। इसके बाद आरोपितों ने राजा का शव गहरी खाई में फेंक दिया।
इंदौर क्राइम ब्रांच की एसीपी पूनम चंद यादव ने बताया कि इस मामले में सोनम के इंदौर लौट कर आने या नहीं आने के मामले की पुष्टि अभी मेघालय पुलिस ही कर पाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में इंदौर पुलिस के पास अभी कोई तथ्य हाथ नहीं लगा है।
एसीपी क्राइम ब्रांच ने कहा कि आरोपित विशाल ने हत्याकांड को अंजाम देते समय जो कपड़े पहने थे उसे, विशाल के ही घर से बरामद किया गया है। इन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि पुष्टि हो सके कि खून के धब्बे राजा के हैं या नहीं।
गाजीपुर से हिरासत में ली गई थी सोनम
इसके पूर्व सोमवार की सुबह सोनम रघुवंशी को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से हिरासत में लिया गया था। उसने पूछताछ में बताया कि उसने मदद के लिए एक ढाबा मालिक से संपर्क किया। उसने दावा किया कि उसे लूटने की कोशिश की गई थी, जिसके बाद वह बेहोश हो गई और उसे याद नहीं है कि वह गाजीपुर कैसे पहुंची।
हनीमून पर मेघालय गए थे राज-सोनम
इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी ने सोनम रघुवंशी से मर्डर के 12 दिन पहले शादी की थी। वे मेघालय हनीमून के लिए गए थे। इसके बाद वे 23 मई को मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके में थे, जहां से कहा जा रहा है कि लापता हो गए थे। राजा रघुवंशी का शव दो जून को एक खाई में मिला था।