गाजियाबाद में दिनदहाड़े अधिवक्ता की हत्या, चेंबर में घुसकर सिर में मारी गोली और पैदल ही भाग निकले हत्यारे
गाजियाबाद, 30 अगस्त। गाजियाबाद की सदर तहसील में बुधवार को एक अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दिनदहाड़े हुई इस वारदात से परिसर में हड़कम्प मच गया। बताया जा रहा है कि सदर तहसील के चेंबर नंबर-95 में वकील मोनू चौधरी उर्फ मनोज चौधरी की गोली मारकर हत्या की गई। मोनू चौधरी तहसील बार का चुनाव भी लड़ चुके हैं। मोनू चौधरी के पिता यूपी पुलिस से रिटायर्ड हैं।
दोपहर में खाना खाते वक्त दो नकाबपोशों ने मारी गोली
दुहाई निवासी बैनामा लेखक मुनेश त्यागी ने बताया कि गोविंदपुरम निवासी मोनू चौधरी उनके चेंबर पर ही प्रैक्टिस करते हैं। दोपहर करीब डेढ़ बजे वह, वकील मोनू चौधरी तथा दो मुंशी गौरव और जितेंद्र खाना खाने बैठे थे। इसी दौरान दो नकाबपोश आए और मोनू चौधरी के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद हत्यारे पैदल ही फरार हो गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मोनू चौधरी चार बहनों में इकलौते भाई थे। इस हत्याकांड के बाद एडिशनल सीपी और डीसीपी मौके पर पहुंचे थे। हत्याकांड का एक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में नजर आ रहा है कि गोलीबारी की घटना के बाद वहां अफरातफरी की स्थिति बनी हुई है। हत्याकांड को जहां अंजाम दिया गया है, वहां पुलिस भी नजर आ रही है और लोग इधर-उधर भागते नजर आ रहे हैं।
मोनू की बहन ने अपने पति व देवर पर लगाया हत्या का आरोप
इस मामले में मृत अधिवक्ता मोनू चौधरी की बहन सरिता ने अपने पति और देवर पर हत्या का आरोप लगाया है। इन दोनों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई है। यह भी जानकारी सामने आ रही है कि सरिता का अपने पति से विवाद चल रहा था। वह 24 जून से मायके में आई हुई थी। आरोप है कि तीन दिन पहले भी आरोपित बहनोई ने मोनू चौधरी को धमकी दी थी।