Site icon Revoi.in

विदिशा में हादसा : 30 फीट गहरे कुएं में गिरे 40 लोग, 4 की मौत, 25 बचाए गए, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Social Share

विदिशा (मध्य प्रदेश), 16 जुलाई। विदिशा जिले के गंजबासौदा के लाल पठार क्षेत्र में गुरुवार की शाम एक कुआं धंसने से लगभग 40 लोग उसमें गिर गए। हादसे में अब तक चार लोगों के शव निकाले जा चुके हैं जबकि 25 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। अब भी 15-20 लोगों के कुएं में फंसे होने की आशंका है, जिन्हें निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

इस बीच मध्य प्रदेश सरकार ने पीड़ितों के लिए आर्थिक मदद की घोषणा की है। मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद राहत एवं बचाव कार्य पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

यह हादसा शाम लगभग छह बजे उस वक्त हुआ, जब एक 14 वर्षीय किशोर कुएं में जा गिरा। लगभग 30 फीट गहरे कुएं में 10 से 15 फीट पानी था। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग बच्चे को निकालने की जुगत में लगे हुए थे। कुएं को ऊपर से सीमेंटेड स्लैब से ढका गया था। इस दौरान कुएं की मुंडेर पर भी कई लोग खड़े थे, तभी मुंडेर धंस गई और लगभग 40 लोग कुएं में जा गिरे। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन के तमाम अधिकारी अफसर मौके पर पहुंचे। जेसीबी और पोकलेन मशीनों के जरिए राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया।

मुख्यमंत्री शिवराज के निर्देश पर विदिशा जिले के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग और भोपाल कमिश्नर कवींद्र कियावत भी मौके पर पहुंचे। गुरुवार देर रात घटनास्थल पर पहुंचे मंत्री सारंग और कमिश्नर ने मॉनिटरिंग का जिम्मा संभाल रखा है।

मुख्यमंत्री शिवराज खुद पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा पीड़ितों को हरसंभव चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज विदिशा में अपनी गोद ली हुई बेटियों की शादी के मौके पर मौजूद थे। हादसे के बाद शिवराज ने विवाह स्थल को ही कंट्रोल रूम बना दिया। वहीं से पूरे मामले की निगरानी करते हुए उन्होंने आईजी, कमिश्नर, कलेक्टर, एसपी समेत तमाम अधिकारियों को वहां भेजा।

मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘पूरी ताकत से प्रशासन राहत और बचाव कार्य में लगा हुआ है। मैंने इसी स्थान को कंट्रोल रूम बना दिया है। लगातार मैं सीधे राहत एवं बचाव कार्य के संपर्क में हूं। बेहतर से बेहतर प्रयास करके हम रेस्क्यू ऑपरेशन चलाएंगे।’