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शेयर बाजार : उतार-चढ़ाव के बीच लगातार 5वें करोबारी सत्र में सूचकांक नए शिखर पर, निफ्टी पहली बार 25 हजार के पार

शेयर बाजार : उतार-चढ़ाव के बीच लगातार 5वें करोबारी सत्र में सूचकांक नए शिखर पर, निफ्टी पहली बार 25 हजार के पार

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मुंबई, 1 अगस्त। भारतीय शेयर बाजार में लगातार पांचवें कारोबारी सत्र के दौरान उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन पिछले चार दिनों की भांति गुरुवार को भी दोनों मानक सूचकांक बढ़त के साथ नए शिखर पर पहुंच गए। बैंक और पेट्रोलियम कम्पनियों के शेयरों में तेजी के बीच बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स जहां पहली बार 82,000 का स्तर पार करने के बाद लौटा वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का मानक सूचकांक निफ्टी पहली बार 25000 का स्तर पार कर गया।

सेंसेक्स पहली बार 82000 का स्तर पार करने के बाद लौटा

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 126.21 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ अपने अब तक के उच्चतम स्तर 81,867.55 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 388.15 अंक की बढ़त के साथ 82,129.49 के सर्वकालिक उच्चतम स्तर तक चला गया था। सेंसेक्स की 30 कम्पनियों में 14 के शेयर बढ़त पर रहे जबकि 16 में गिरावट रही।

निफ्टी 25,010.90 अंक पर बंद

उधर एनएसई का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी भी 59.75 अंक यानी 0.24 प्रतिशत की तेजी के साथ नए शिखर 25,010.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 127.15 अंक की बढ़त के साथ 25,078.30 अंक के सर्वकालिक उच्चतम स्तर तक पहुंच गया था। निफ्टी की 30 कम्पनियों में 28 के शेयरों में बढ़ोतरी दर्ज की गई जबकि 22 के शेयर लाल निशान में बंद हुए।

पावर ग्रिड सहित इन शेयरों में दिखी मजबूत बढ़त

सेंसेक्स के शेयरों में पावर ग्रिड, एनटीपीसी, एचडीएफसी बैंक, नेस्ले इंडिया, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन, मारुति सुजुकी इंडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमुख रूप से लाभ में रहे। इसके उलट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, भारतीय स्टेट बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और टाटा मोटर्स आदि के शेयर नुकसान में रहे।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘फेडरल रिजर्व के प्रमुख के मुद्रास्फीतिक दबाव में कमी के कारण सितम्बर में नीतिगत दर में कटौती पर विचार के संकेत से बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा। हालांकि, मझोली और छोटी कम्पनियों के शेयरों का प्रतिनिधित्व करने वाले मिडकैप और स्मॉलकैप में गिरावट रही। इसका कारण पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के कारण कच्चे तेल के दाम में तेजी है।’

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.98 प्रतिशत बढ़कर 81.63 डॉलर प्रति बैरल रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने बुधवार को 3,462.36 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

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