नई दिल्ली, 15 अक्टूबर। दिल्ली-एनसीआर में दो हफ्ते में दूसरी बार रविवार को अपराह्न भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के ये झटके दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में महसूस किए गए।
भूकंप की तीव्रता 3.1, फरीदाबाद क्षेत्र का भूकंप का केंद्र
भूकंप के झटके लगने से लोग दहशत में आ गए और अपने घरों को छोड़कर बाहर चले आए। भूकंप की तीव्रता 3.1 थी और इसका केंद्र फरीदाबाद से नौ किलोमीटर पूर्व व दिल्ली से 30 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में 10 किलोमीटर की गहराई पर था। फिलहाल भूकंप की वजह से किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
Earthquake of Magnitude:3.1, Occurred on 15-10-2023, 16:08:16 IST, Lat: 28.41 & Long: 77.41, Depth: 10 Km ,Location: 9km E of Faridabad, Haryana, India for more information Download the BhooKamp App https://t.co/bTcjyWm0IA @KirenRijiju @Dr_Mishra1966 @moesgoi @Ravi_MoES pic.twitter.com/gG5B4j3oBs
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) October 15, 2023
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) की तरफ से जानकारी दी गई है कि अपराह्न चार बजकर आठ मिनट पर हरियाणा के फरीदाबाद में भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.1 थी। रविवार का दिन होने की वजह से ज्यादातर लोग अपने घरों पर ही मौजूद थे। लेकिन अचानक धरती के डोलने की वजह से लोग घबरा गए और अपने घरों से निकलकर बाहर आ गए।
गत तीन अक्टूबर को भी महसूस किए गए थे झटके
इससे पहले गत तीन अक्टूबर को नेपाल में भूकंप आया था। उस भूकंप की तीव्रता 6.2 थी। उस वक्त दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस हुए थे। उस वक्त भी भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि लोग अपने घरों को छोड़कर बाहर निकल गए थे।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के निदेशक ओपी मिश्र के अनुसार भारत भूकंपीय दृष्टि से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है, लेकिन हर दिन बहुत सारे कम तीव्रता के भूकंप आने से संग्रहीत ऊर्जा निकल जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि लोग और संस्थाएं संरचनाएं बनाने के लिए नियमों का सख्ती से पालन करें तो बड़े पैमाने पर भूकंप के प्रभाव को कम किया जा सकता है।