कांग्रेस ने महिला आरक्षण बिल को बताया ‘चुनावी जुमला’, कहा – महिलाओं के साथ हुआ धोखा, 2029 से लागू होगा
नई दिल्ली, 19 सितम्बर। कांग्रेस ने मंगलवार को लोकसभा में पेश महिला आरक्षण से संबंधित विधेयक (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) को ‘चुनावी जुमला’ करार देते हुए कहा कि महिलाओं के साथ धोखा हुआ है क्योंकि विधेयक में कहा गया है कि यह ताजा जनगणना और परिसीमन के बाद 2029 से लागू होगा। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि सरकार का यह कदम ‘ईवीएम (इवेंट मैनेजमेंट)’ है। उन्होंने साथ ही आरोप लगाया कि सरकार 2021 की जनगणना कराने में विफल रही है।
𝐖𝐨𝐦𝐞𝐧'𝐬 𝐑𝐞𝐬𝐞𝐫𝐯𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐁𝐢𝐥𝐥*
*(with terms & conditions)
Biggest चुनावी JUMLA ahead of 2024 polls! pic.twitter.com/3TzIvXJo1o
— Congress (@INCIndia) September 19, 2023
उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार ने संसद के निचले सदन, राज्य विधानसभाओं और दिल्ली विधानसभा में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण प्रदान करने से संबंधित ऐतिहासिक ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ मंगलवार को लोकसभा में पेश किया।
जयराम रमेश बोले – यह केवल एक चुनावी जुमला
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, ‘यदि प्रधानमंत्री की महिला सशक्तीकरण को प्राथमिकता देने की कोई वास्तविक मंशा होती तो महिला आरक्षण विधेयक बिना किसी किंतु-परंतु और अन्य सभी शर्तों के तुरंत लागू कर दिया गया होता। उनके और भाजपा के लिए यह केवल एक चुनावी जुमला है, जो कुछ भी ठोस नहीं देता है।’
चुनावी जुमलों के इस मौसम में, यह सबसे बड़ा जुमला है! यह देश की करोड़ों महिलाओं और लड़कियों की उम्मीदों के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है।
हमने पहले भी बताया है कि मोदी सरकार ने अभी तक 2021 में होने वाली दशकीय जनगणना नहीं की है। भारत G20 का एकमात्र देश है जो जनगणना कराने में विफल… https://t.co/8iuBVXM49S
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 19, 2023
जी20 में भारत इकलौता देश, जो जनगणना कराने में विफल रहा
जयराम रमेश ने इससे पहले एक पोस्ट में कहा था, ‘चुनावी जुमलों के इस मौसम में यह सभी जुमलों में सबसे बड़ा है! करोड़ों भारतीय महिलाओं और युवतियों की उम्मीदों के साथ बहुत बड़ा धोखा है। जैसा कि हमने पहले बताया था, मोदी सरकार ने अब तक 2021 की दशकीय जनगणना नहीं कराई है, जिससे भारत जी20 में एकमात्र देश बन गया है, जो जनगणना कराने में विफल रहा है।’
यह कुछ और नहीं बल्कि ईवीएम-इवेंट मैनेजमेंट
जयराम रमेश के अनुसार, ‘विधेयक में यह भी कहा गया है कि आरक्षण अगली जनगणना के प्रकाशन और उसके बाद परिसीमन प्रक्रिया के बाद ही प्रभावी होगा। क्या 2024 चुनाव से पहले होगी जनगणना और परिसीमन?’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘मूल रूप से यह विधेयक अपने कार्यान्वयन की तारीख के बहुत अस्पष्ट वादे के साथ आज सुर्खियों में है। यह कुछ और नहीं बल्कि ईवीएम-इवेंट मैनेजमेंट है।’
अभी लागू नहीं होगा महिला आरक्षण बिल.
जानें क्यों? pic.twitter.com/dGKRQUagRh
— Congress (@INCIndia) September 19, 2023
बिल को 2024 से क्यों लागू क्यों नहीं किया जा रहा?
इसे पहले, महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन बिल) को लेकर लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह बिल महिलाओं के साथ धोखा है। सरकार इसे 2029 से लागू करने की बात कर रही है। इसे 2024 से क्यों लागू क्यों नहीं किया जा रहा?