नई दिल्ली, 7 जून। कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्षों में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सहित कई क्रिकेट श्रृंखलाओं के दौरान टीम इंडिया और उसकी प्रतिद्वंद्वी टीमों को बायो बबल में रहना पड़ा था। फिलहाल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने घोषणा की है कि आगामी नौ जून से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ प्रस्तावित पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज बिना बायो बबल के होगी।
M. O. O. D in the camp ahead of the #INDvSA T20I series. ☺️ 👌#TeamIndia | @Paytm pic.twitter.com/ZMB1XEvU7I
— BCCI (@BCCI) June 7, 2022
बीसीसीआई के इस फैसले से खिलाड़ियों ने काफी राहत की सांस ली है और कुछ ने खुशी भी जताई है। ज्ञातव्य है कि बायो बबल में लगातार रहने के दौरान कई खिलाड़ियों ने अपना मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होने की बातें कही थीं जबकि कुछ खिलड़ियों ने खेल से ब्रेक भी लेने का फैसला किया।
इस बीच भारतीय टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने बीसीसीआई के इस फैसले का स्वागत किया है। पंत इस समय टीम के साथ दिल्ली में हैं, जहां भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच नौ जून को पहला टी20 मैच अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा।
ऋषभ पंत ने बीसीसीआई के फैसले का किया स्वागत
पंत का कहना था कि वह बिना बायो बबल के खेली जा रही सीरीज का हिस्सा बनने से बेहतर महसूस कर रहे हैं। उन्हों कहा, ‘बायो-बबल से बाहर निकलना वास्तव में बहुत अच्छा एहसास है और उम्मीद है कि अब बायो-बबल जैसे हालात नहीं होंगे, इसलिए मैं यह जानकर बेहद खुश हूं।’
‘अपने दिमाग को तरोताजा नहीं कर सकते तो आप अपना सौ प्रतिशत नहीं देंगे‘
दिल्लीवासी पंत ने कहा, ‘जब आप पूरे वर्ष खेलते रहते हैं, खासकर उस तरह के दबाव के साथ, जो आपके दिमाग को आराम देने के लिए महत्वपूर्ण है। अगर आप अपने दिमाग को तरोताजा नहीं कर सकते तो आप अपना सौ प्रतिशत नहीं देंगे। हमें अपने ऊपर काम करते रहने की जरूरत है ताकि आप तरोताजा रहें।’
‘मैं मैदान पर सदैव अपना सौ प्रतिशत देने की कोशिश करता हूं‘
उन्होंने कहा, ‘जब भी मैं मैदान पर आता हूं तो हमेशा अपना सौ प्रतिशत देने की कोशिश करता हूं, लेकिन मैं हमेशा विकेटकीपर-बल्लेबाज ही रहा हूं। मैंने बचपन से ही कीपिंग शुरू की थी क्योंकि मेरे पिता भी विकेटकीपर थे। इसी तरह मैंने विकेटकीपिंग करना शुरू किया।’