उत्तर प्रदेश : अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण कार्य शुरू, सीएम योगी ने रखी पहली शिला
अयोध्या, 1 जून। अयोध्या में निर्माणाधीन श्री राम मंदिर के दूसरे चरण का कार्य बुधवार से शुरू हो गया, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गर्भगृह के निर्माण के लिए पहली शिला रखी। इसके साथ ही गत 29 मई से शुरू हुआ सर्वदेव अनुष्ठान का समापन हो गया। सीएम योगी निर्माण स्थल के पास द्रविड़ शैली में बने मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भी शामिल हुए।
श्री अयोध्या जी में श्री राम जन्मभूमि पर साकार हो रहे श्री रामलला के भव्य-दिव्य मंदिर के गर्भगृह के पावन निर्माण का शुभारंभ… https://t.co/IM4IAdC41l
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 1, 2022
पीएम मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को रखी थी राम मंदिर निर्माण की आधारशिला
गौरतलब है कि गत नौ नवंबर, 2019 को श्री राम मंदिर के पक्ष में फैसला आया और पांच अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखी थी। तब से ही मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है। मंदिर के निर्माण कार्य में अब तक प्लिंथ (कुर्सी) का कार्य पूरा हो चुका है। अब सीएम योगी ने गर्भगृह की प्रथम शिला रखी और पूजा की।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि आज सबसे पहले रामार्च की पूजा हुई, जो अयोध्या की विशेषता मानी जाती है। इसके बाद दुर्गा सप्तशती, भगवान शंकर का रुद्राभिषेक, राम रक्षा स्त्रोत, विष्णु सहस्त्रनाम, हनुमान चालीसा और सुंदरकांड दो दिनों तक अलग-अलग समय चलेंगे। तीन घंटे सुबह और तीन घंटे शाम यह अनुष्ठान चलता रहेगा।
गर्भगृह में पत्थरों का इंस्टॉलेशन शुरू हो गया
चंपत राय ने बताया कि पूर्वाह्न नौ बजे पत्थरों का इंस्टॉलेशन शुरू हो गया। पूजन अर्चन में अयोध्या के 90 संत महापुरुषों को निमंत्रण दिया गया था। मंदिर निर्माण कार्य में जितनी दूरी में गर्भगृह बनाया जाना है, उतनी ही दूरी तक प्लिंथ का कार्य किया गया है।
हर भारतीय के लिए इससे बढ़कर गौरव की अनुभूति का क्षण और क्या हो सकता है… pic.twitter.com/6gclqzGOS4
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मंदिर का गर्भगृह 20x20 फीट का बनाया जाएगा
मंदिर का गर्भगृह 20×20 का बनाया जाएगा और उसकी दीवारें छह फीट मोटी होंगी। गर्भगृह में लगने वाले पत्थरों की नक्काशी भी तेज गति के साथ हो रही है। नक्काशी का जो कार्य है, वह राम जन्म भूमि की कार्यशाला में किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि 1990 से श्री राम जन्मभूमि की कार्यशाला में रखे गए पत्थर के उपयोग होने का समय भी आ गया है। यह पत्थर जल्द से जल्द राम जन्मभूमि परिसर में लाए जाएंगे, जिससे मंदिर का निर्माण कार्य को गति मिल सके।