अखिलेश यादव के विवादित बयान पर संतों में उबाल, कहा- सपा प्रमुख केवल नाम के हिंदू रह गए हैं
अयोध्या। अयोध्या में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा मन्दिर सम्बन्धी दिये गए बयान ने खलबली मचा दी है। सपा सुप्रीमो के इस बयान पर अयोध्या के संतों ने भी नाराजगी व्यक्त की है। संत समाज ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति करते करते अखिलेश यादव केवल नाम के हिंदू रह गए हैं। वह मन से मुस्लिम हो चुके हैं।
सरयू नित्य आरती के अध्यक्ष शशिकांत दास ने कहा अखिलेश यादव हमेशा हिंदू विरोधी बातें करते हैं। मुलायम सिंह पर हमलावर होते हुए कहा कि यह उन्हीं के पुत्र हैं जिन्होंने राम भक्तों पर गोली चलवाई थी।यह केवल मुस्लिम समाज के लाभ की बात करते हैं। शशिकांत दास ने कहा मुस्लिमों का पक्ष लेते लेते अब अखिलेश यादव मुसलमान हो चुके हैं पीपल के वृक्ष की धार्मिक मान्यताएं हैं उसकी पूजा वासुदेव के रूप में होती है हमारे यहां सनातन धर्म में हर पूजा में पीपल के वृक्ष और उसके पत्तियों का इस्तेमाल होता है।
महंत शशिकांत दास ने कहा कि अखिलेश यादव की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है जो देवी देवताओं और भगवान को लेकर भी अब अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं।रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा अखिलेश यादव को नहीं पता है कि किस तरीके की पूजा होती है और कितने प्रकार की किस-किस देवताओं की इसीलिए वह हमेशा अनाप-शनाप बयान देते हैं आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि अयोध्या में जिस मुलायम सिंह यादव ने निहत्थे राम भक्त कारसेवकों के ऊपर गोली चलाने की अपने ऊपर कालिख लगवाई है वह अभी मिटी ही नहीं और उसी रास्ते पर अखिलेश यादव चल रहे हैं।
रामलला के प्रधान पुजारी ने नसीहत देते हुए कहा कि देवी-देवताओं के ऊपर आक्षेप न करें यह उनके लिए बहुत ही दुखदाई और हानिकारक होगा। जैसे कांग्रेस समाप्त हो गई है उसी तरह से समाजवादी पार्टी भी समाप्त हो जाएगी। विहिप मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि।अखिलेश यादव तुष्टिकरण में अंधे हो चुके हैं और वह बार-बार हिन्दुओं की भावनाओ से खिलवाड़ कर रहे हैं। गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने कहा था कि हिंदुओं में कहीं भी पत्थर रख दो, सिंदूर व लाल झंडा लगा दो वो जगह मन्दिर बन जाएगी।