उत्तर प्रदेश : उर्जा मंत्री का बड़ा बयान कहा- उपभोक्ता सेवाओं में लापरवाही स्वीकार्य नहीं
लखनऊ, 28 अगस्त। ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री पं. श्रीकांत शर्मा ने कहा कि उपभोक्ता सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। निर्बाध बिजली सभी उपभोक्ताओं का हक है। उनकी शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही न हो यूपीपीसीएल चेयरमैन यह सुनिश्चित करें।
गोसाईंगंज उपकेंद्र के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मरों के ओवरलोडिंग के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, यह उचित नहीं है। इस समस्या के स्थायी निराकरण के लिए प्रयास होने चाहिए। उन्होंने अधिक ट्रांसफार्मर फुंकने की शिकायतों पर नाराजगी जाहिर की। साथ ही इसके कारणों की जांच के लिए एमडी मध्यांचल को निर्देशित किया। कहा कि उपभोक्ता हित में 1912 पर प्राप्त होने वाली आपूर्ति और ट्रांसफार्मर जलने की शिकायतों का अविलंब संज्ञान लें, एमडी इसकी स्वयं निगरानी करें, तय समय में निस्तारण न होने पर लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
इसके बाद उन्होंने तालकटोरा रोड स्थित ट्रांसफार्मर मरम्मत कार्यशाला का भी औचक निरीक्षण दिया। उन्होंने मरम्मत किये गए ट्रांसफॉर्मरों पर कलर मार्किंग न होने पर नाराजगी जताई। निर्देशित किया कि पूरे डिस्कॉम में डैमेज ट्रांसफार्मर जो लगने के बाद दोबारा गारंटी अवधि में फुंके, एक से अधिक बार फुंके ट्रांसफॉर्मरों तथा लगते ही फुंके ट्रांसफॉर्मरों की जांच कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मरम्मत के लिए आये ट्रांसफॉर्मरों की मरम्मत का समय और घटाए जाने को कहा। साथ ही मरम्मत किये गए उपकरणों की जांच नियमित तौर पर टेस्ट डिवीजन से भी कराए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने अधीन उपकेंद्रों का दौरा करें, फीडरों की भी निगरानी कर उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराएं। एमडी मध्यांचल को निर्देशित किया कि तीन माह तक के बकायेदार उपभोक्ताओं का डोर नॉक करें, डिस्कनेक्शन कोई विकल्प नहीं है। किसी भी उपभोक्ता को परेशान न किया जाए, उन्हें बिल जमा करने के लिए प्रेरित करें।