उत्तर प्रदेश : असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम राज्य विधानसभा चुनाव में उतारेगी 100 प्रत्याशी
लखनऊ, 22 जून। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के संस्थापक और हैदरबाद के कद्दावर सांसद असदुद्दीन ओवैसी बिहार के बाद अब अगले वर्ष प्रस्तावित उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तैयार हैं। इस क्रम में एआईएमआईएमने प्रदेश की 100 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है।पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
टिकटार्थियों के लिए जारी किया गया आवेदन पत्रशौकत अली ने बताया कि चुनाव को लेकर कई बार बैठकें भी होचुकी हैं। टिकट के दावेदारों के लिए पार्टी ने आदेवन पत्र जारी कर दिया है। इसमें एकशर्त यह भी रखी गई है कि यदि आवेदन करने वाले व्यक्ति को टिकट नहीं मिलता है तो वहपार्टी के साथ बगावत नहीं करेगा।
उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए आवेदनपत्र के लिए 10 हजार रुपए का शुल्क लिया जा रहा है। इसके साथ घोषणा पत्र में सातबिंदुओं पर एक शपथ पत्र भी देना होगा, जिसके बाद हीटिकट पर विचार किया जाएगा।
जनवरी में पूर्वांचल का दौरा कर चुके हैं ओवैसीगौरतलब है कि अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए मशहूर एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की ताकत नापने के लिए इसीवर्ष जनवरी में पूर्वांचल का दौरा भी किया था।
देखा जाए तो बिहार और पश्चिम बंगाल केविधानसभा चुनावों में भी औवैसी दांव आजमा चुके हैं। बिहार में उनकी पार्टी ने पांचसीटें जीतकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का समीकरण गड़बड़ कर दिया था। हालांकि बंगाल में एआईएमआईएम कोई करिश्मा नहीं कर सकी।131 सीटों पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका मेंशौकत अली का मानना है कि प्रदेश की 131 विधानसभा सीटेंऐसी हैं, जहां परमुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। ऐसे में निश्चित रूप से एआईएमआईएम कोइसका फायदा मिलेगा।
गठबंधन के सवाल पर शौकत ने कहा कि एआईएमआईएम के सहयोग केबिना कोई भी गठबंधन अधूरा रहेगा और इसके लिए सभी छोटे दलों को भाजपा से मुकाबला करनेके लिए एक साथ आना होगा। उसी स्थिति में भाजपा को 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रदेशकी सत्ता से हटाया जा सकता है।