दिल्ली : ‘घर-घर राशन’ योजना रोकने से केजरीवाल नाराज, बोले – हमने इसके लिए केंद्र से पांच बार अनुमति ली
नई दिल्ली, 6 जून। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रस्तावित ‘घर-घर राशन’ योजना को केंद्र सरकार द्वारा रोके जाने पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि इस योजना के लिए दिल्ली सरकार ने केंद्र से पांच बार एप्रूवल लिया।
केजरीवाल ने रविवार को मीडिया कॉन्फ्रेंस में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा – “अगले हफ्ते से घर-घर राशन योजना शुरू होनी थी। सारी तैयारियां हो चुकी थीं, लेकिन आपने अचानक दो दिन पहले इसे क्यों रोक दी? प्रधानमंत्री जी, आज मैं बहुत व्यथित हूं। आज मुझसे कोई भूल हो जाए तो माफ कर देना। प्रधानमंत्री सर, इस स्कीम के लिए राज्य सरकार सक्षम है और हम केंद्र से कोई विवाद नहीं चाहते। हमने इसका नाम मुख्यमंत्री ‘घर-घर राशन’ योजना रखा था। आपने तब कहा कि योजना में मुख्यमंत्री नाम नहीं आ सकता। हमने आपकी बात मानकर नाम हटा दिया। आपने अब हमारी योजना यह कहते हुए खारिज कर दी कि हमने केंद्र से अनुमति नहीं ली। केंद्र सरकार से इस योजना के लिए हमने पांच बार अनुमति ली।”
पीएम सर, पिज्जा की होम डेलिवरी तो राशन की क्यों नहीं?
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी का नाम लेते हुए कहा, ‘इस देश में अगर स्मार्टफोन, पिज्जा की डेलिवरी हो सकती है तो राशन की क्यों नहीं? आपको राशन माफिया से क्या हमदर्दी है प्रधानमंत्री सर? उन गरीबों की कौन सुनेगा? केंद्र ने कोर्ट में हमारी योजना के खिलाफ आपत्ति नहीं की तो अब उसे खारिज क्यों कर रही है? कई गरीब लोगों की नौकरी जा चुकी है। लोग बाहर नहीं जाना चाहते, इसलिए हम घर-घर राशन भेजना चाहते हैं।’
आप हम सबसे लड क्यों रहे, ऐसे देश कैसे चलेगा?
उन्होंने कहा, ‘इस वक्त देश गहरे संकट से गुजर रहा है। यह वक्त एक-दूसरे का हाथ पकड़कर मदद करने का है न कि एक-दूसरे से झगड़ने का। लोगों को लगने लगा है कि इतनी मुसीबत के समय भी केंद्र सरकार सबसे झगड़ रही है। आप ममता दीदी से झगड़ रहे हैं। झारखंड सरकार से झगड़ रहे हैं। आप लक्षद्वीप के लोगों से झगड़ रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार से लड़ रहे हैं। दिल्ली के लोगों से लड़ रहे हैं। किसानों से लड़ रहे हैं। लोग इस बात से बहुत दुखी हैं सर। ऐसे देश कैसे चलेगा? आप हम सबसे क्यों लड़ रहे हैं। हम सब आपके ही हैं। हम सब भारतवासी हैं। ऐसे में हम सब आपस में लड़ेंगे तो कोरोना से कैसे जीतेंगे? हमें आपस में नहीं लड़ना। हम सबको मिलकर कोरोना से लड़ना है।’
यह योजना राष्ट्रहित में है, इसे मत रोकिए
केजरीवाल ने कहा, ‘कल सब लोग यह हेडलाइन पढ़ना चाहते हैं कि मोदीजी ने दिल्ली सरकार के साथ मिलकर गरीबों के घर-घर जाकर राशन पहुंचाया। लोग टीवी पर यह ब्रेकिंग न्यूज देखना चाहते हैं कि मोदीजी और केजरीवालजी ने मिलकर दिल्ली के गरीब लोगों के घरों तक राशन पहुंचाया।’ उन्होंने पीएम मोदी से अपील की, ‘इस योजना को मत रोकिए। यह राष्ट्रहित में है। आज तक राष्ट्रहित के सभी कामों में मैंने आपका साथ दिया है। आप भी हमारा साथ दीजिए।’
भाजपा का पलटवार – केजरीवाल जी, आप कानून से ऊपर नहीं
इस बीच भाजपा प्रवक्ता हरीश खुराना ने अरविंद केजरीवाल पर पलटवार करते हुए उनके आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘आपको समझना पड़ेगा कि सरकार तो संविधान और कानून के हिसाब से चलेगी। एनएफएसए एक्ट का सेक्शन 12(2) कहता है कि कोई नई स्कीम शुरू करने के लिए केंद्र का अप्रूवल जरूरी है। दूसरा यह कि इस स्कीम को लागू करने पर कोर्ट का स्टे है।’
खुराना ने अपने ट्वीट में कहा, ‘आप कानून के हिसाब से केंद्र से परमिशन क्यों नहीं ले रहे हैं? केजरीवाल जी, आप कानून से ऊपर तो नहीं हो गए। उल्टा केंद्र तो आपको पूरी मदद करने को तैयार है और ज्यादा राशन देने को तैयार है। वैसे आपको सात वर्ष लग गए राशन माफिया खत्म करने के लिए।’ उन्होंने केजरीवाल को राजनीति न करने और कानून के हिसाब से काम करने की नसीहत दी।