उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र एक दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
लखनऊ, 6 दिसम्बर। उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र निर्धारित अवधि से एक दिन पहले ही मंगलवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। सत्र की शुरुआत सोमवार को हुई थी।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का प्रस्ताव रखा। सदस्यों की सहमति के बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की। यद्यपि सदन सोमवार से बुधवार के लिए प्रस्तावित था, लेकिन एक दिन पहले ही इसे स्थगित कर दिया गया।
विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने गत दिनों सभी विधानसभा सदस्यों को भेजे गये पत्र में अधिसूचित किया था कि उप्र विधानसभा का सत्र पांच दिसम्बर से सात दिसम्बर तक के लिए प्रस्तावित है और राज्य सरकार ने शीतकालीन सत्र में 2022-2023 के लिए अपना पहला पूरक बजट पेश करने का प्रस्ताव रखा है।
सत्र के पहले दिन सोमवार को उप्र सरकार ने विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को साल 2022-23 के लिए अनुपूरक बजट विधानसभा में पेश किया था।
33,76,954.67 लाख रुपये का अनुपूरक बजट चर्चा के बाद ध्वनिमत से पारित
बजट में करीब 33,76,954.67 लाख रुपये की अनुदान मांगों का प्रावधान है, जिसमें फरवरी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और प्रयागराज महाकुंभ के लिए भी बजट की व्यवस्था की गई है। मंगलवार को चर्चा के बाद अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पारित हो गया।