AI इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या केस : पत्नी निकिता सिंघानिया, सास और साले को मिली जमानत
बेंगलुरु, 4 जनवरी। बेंगलुरु सिटी सिविल कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के 34 वर्षीय एआई इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या के मामले में आरोपित उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग सिंघानिया को जमानत दे दी है।
निकिता सिंघानिया को पिछले माह हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था जबकि निकिता की मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से पकड़ा गया था। बेंगलुरु पुलिस के अनुसार इन तीनों को स्थानीय अदालत में 15 दिसम्बर को पेश करने के बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
सुभाष ने पत्नी और ससुराल वालों पर लगाया था उत्पीड़न का आरोप
गौरतलब है कि अतुल सुभाष का शव नौ दिसम्बर को दक्षिण-पूर्व बेंगलुरु के मुन्नेकोलालु में उनके घर पर फंदे से लटका मिला था। सुभाष ने वीडियो और 24 पन्नों के सुसाइड नोट में आरोप लगाया था कि उनसे अलग रह रही पत्नी और ससुराल वालों ने ‘झूठे’ मामलों में फंसाकर और ‘लगातार उत्पीड़न कर’ उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर किया।
वीडियो और 24 पन्नों के सुसाइड नोट ने लगाए थे कई आरोप
पुलिस के अनुसार, अतुल सुभाष ने कथित तौर पर 24 पन्नों का एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने अपनी परेशानी, वैवाहिक समस्याओं और पत्नी, ससुराल वालों एवं उत्तर प्रदेश के एक न्यायाधीश द्वारा किए गए कथित उत्पीड़न का जिक्र किया। इसके अलावा, एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसे इस मामले के मुख्य सबूत के तौर पर देखा जा रहा है। अतुल सुभाष के भाई की शिकायत के आधार पर बेंगलुरु पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। इस शिकायत में पत्नी निकिता, सास निशा, साले अनुराग और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया के खिलाफ नामजद किया गया।
बेंगलुरु की एक निजी कम्पनी में काम करते थे सुभाष
अतुल सुभाष बेंगलुरु की एक निजी कम्पनी में काम करते थे। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में पारिवारिक विवाद और उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे। मामले में अदालत और पुलिस की कार्यवाही के चलते इस घटना ने व्यापक चर्चा और विवाद को जन्म दिया है। मामले की जांच अब भी जारी है। पुलिस और न्यायालय इस प्रकरण में सभी सबूतों और आरोपों की गहन जांच कर रहे हैं। परिवार और अन्य पक्षों से पूछताछ भी जारी है।