जेएनयू में फिर भड़की हिंसा, एबीवीपी और वाम गठबंधन के बीच झड़प
नई दिल्ली, 15 नवम्बर। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों और वाम गठबंधन आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आईसा) एवं स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के बीच झड़प हो गई जिसमें करीब 12 छात्र घायल हो गये और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये।
छात्रसंघ के सदस्यों ने बताया कि झड़प में गंभीर रूप से घायल लोगों का नई दिल्ली स्थित एम्स में इलाज चल रहा है। घटना से संबंधित औपचारिक शिकायत दिल्ली पुलिस में की गई है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना रविवार रात करीब 10 बजे विश्वविद्यालय के छात्र संघ कार्यालय में हुई। दोनों पक्षों के सदस्य एक दूसरे पर हिंसा शुरू करने का आरोप लगा रहे हैं।
- लेफ्ट संगठनों पर पहले भी लगे हैं मारपीट के आरोप
आपको बता दें कि जेएनयू में कोई पहली बार हिंसा नहीं हुई। जेएनयू पहले भी विवाद रहा है। इससे पहले 6 जनवरी 2020 को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों ने लेफ्ट संगठनों को मारपीट का जिम्मेदार ठहराया है। जेएनयू में पढ़नेवाले कुछ छात्र मीडिया के सामने आए। ये एबीवीपी के सदस्य थे।
उन्होंने लेफ्ट संगठनों पर मारपीट के आरोप लगाए। छात्र ने कहा कि लड़ाई विंटर सेशन के लिए रजिस्ट्रेशन को लेकर थी। छात्र के मुताबिक, पीस मार्च के बहाने 700 लोग (लेफ्ट संगठनों के) एकत्रित हो गए थे और उन्होंने ही सर्वर रूम को नुकसान पहुंचाया ताकि रजिस्ट्रेशन बाधित हो जाए।