वरुण गांधी पहली बार प्रचार में उतरे, सुल्तानपुर में मां मेनका के लिए मांगे वोट
सुल्तानपुर, 23 मई। अपनी सरकार की नीतियों के लगातार विरोध के चलते इस बार टिकट से वंचित कर दिए गए पीलीभीत के भाजपा सांसद वरुण गांधी पहली बार 2024 के चुनावी रण में उतरे। उन्होंने गुरुवार को सुल्तानपुर में अपनी मां मेनका गांधी के लिए प्रचार किया।
वरुण बोले – आज सुल्तानपुर का नाम मुख्यधारा और प्रथम पंक्ति में शामिल
भाजपा प्रत्याशी व अपनी मां मेनका गांधी को वोट देने की सुल्तानपुर की जनता से अपील करते हुए वरुण गांधी ने कहा, ‘हम लोग 10 साल पहले सुल्तानपुर चुनाव लड़ने आए थे। तब लोगों ने कहा था कि अमेठी ओर रायबरेली में जो रौनक है, वह यहां भी आए। आज मेरे लिए बड़ी खुशी की बात है कि देश में सुल्तानपुर का जब नाम लिया जाता है तो वह मुख्यधारा में प्रथम पंक्ति में लिया जाता है।’ वरुण ने मंच से सबको अपना मोबाइल नंबर दिया और कहा कि जब भी कोई जरूरत हो तो फोन करें, वरुण आपकी मदद करेगा।
सुल्तानपुर के पूर्व सांसद वरुण गांधी ने कहा कि देश में 543 सांसदों के चुनाव हो रहे हैं। कई जगहों पर बड़े-बड़े अनुभवी और करिश्माई लोग चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन एक ही लोकसभा क्षेत्र ऐसा है, जहां सांसद को न कोई सांसद जी बुलाता है, न मंत्री जी बुलाता है और ना ही कोई नाम से बुलाता है। पूरे क्षेत्र के लोग माता जी के नाम से बुलाते हैं।
‘सिर्फ अपनी मां नहीं बल्कि सुल्तानपुर की मां के लिए समर्थन जुटाने आया हूं‘
उन्होंने कहा, ‘मां की शक्ति परमात्मा के बराबर होती है। पूरी दुनिया भले साथ न दे, लेकिन मां कभी साथ नहीं छोड़ सकती है। आज मैं सिर्फ अपनी मां के लिए समर्थन जुटाने नहीं आया हूं बल्कि सुल्तानपुर की मां के लिए समर्थन जुटाने आया हूं। मां की जो परिभाषा होती है, वो वह शक्ति होती है, जो सबकी रक्षा करे, जो भेदभाव न करे और जो काम आए मुश्किल में। जो निरंतर अपने हृदय में सबके लिए प्यार रखें। मां की डांट भी एक आशीर्वाद होती है।’
मेनका ने कहा – ‘वो प्रचार करने तब आया, जब मैंने कहा‘
गौरतलब है कि राहुल के सुल्तानपुर में चुनाव प्रचार करने से पहले भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी का भी एक बयान सामने आया। सुल्तानपुर की मौजूदा सांसद ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘वो प्रचार करने तब आया, जब मैंने कहा।’
राहुल से वरुण की तुलना पर मेनका गांधी ने कहा, ‘सबके अपने-अपने रास्ते हैं, अपनी-अपनी किस्मत है। इससे ज्यादा क्या बोलूंगी मैं। अगर काबिलियत है तो सब अपना रास्ता ढूंढेंगे। सबके अपने अपने-अपने रास्ते हैं और अपने-अपने तरीके हैं।’ पीलीभीत से वरुण गांधी का टिकट कटने पर उन्होंने कहा कि जो हो गया, सो हो गया।